Hindi Newsपश्चिम बंगाल न्यूज़150 grams of semen was not found inside Kolkata doctor claims police fracture also denied

कोलकाता की डॉक्टर के अंदर नहीं मिला था 150 ग्राम वीर्य, फ्रैक्चर भी नहीं हुआ; पुलिस का दावा

  • पिछले सप्ताह आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी और वहां तोड़फोड़ भी की गई थी, जिससे पूरे देश में उबाल है।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, कोलकाताSat, 17 Aug 2024 11:06 AM
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कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। इस बीच पुलिस द्वारा कई दावे दावों को खारिज किया गया है। इस जघन्य अपराध के बाद सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। अब पुलिस ने उन्हें खारिज किया है। पुलिस ने इस बर्बरता की शिकार डॉक्टर के फ्रैक्चर, वीर्य आदि से जुड़े दावों का खंडन किया है।

क्या महिला डॉक्टर के शरीर में फ्रैक्चर था?

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि 31 वर्षीय मृतक डॉक्टर का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट के सामने किया गया था। उसकी वीडियोग्राफी की गई थी। इसमें फ्रैक्चर का कोई जिक्र नहीं है। सोशल मीडिया पोस्ट, खासकर इंस्टाग्राम टेम्प्लेट में पेल्विक गर्डल फ्रैक्चर जैसी चोटों की बात की गई है। पुलिस ने इससे इनकार किया है।

महिला की 'अप्राकृतिक मौत' हुई थी?

कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज होने से संदेह पैदा हुआ है और शिकायत दर्ज न करने के लिए अस्पताल प्रशासन की खिंचाई की है। प्रक्रिया के अनुसार, पुलिस अक्सर शिकायत के अभाव में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर लेती है। अप्राकृतिक मौत के मामले शिकायत या पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर हत्या की जांच में बदल सकते हैं।

अप्राकृतिक मृत्यु के मामलों में आत्महत्या, हत्या, दुर्घटना शामिल हैं। सीआरपीसी की धारा 174 और बीएनएस की संबंधित धारा में इसकी व्याख्या की गई है। यह केवल शिकायत न होने पर जांच शुरू करने का एक कानूनी उपकरण या प्रक्रिया है। कोलकाता पुलिस प्रमुख विनीत गोयल ने कहा, "अप्राकृतिक मृत्यु का मामला एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। हत्या एक अप्राकृतिक मृत्यु है। जब कोई तत्काल शिकायत नहीं होती है, तो आपको जांच करनी होती है। अप्राकृतिक मृत्यु के मामले से पहले जांच होती है। इसलिए, मुझे समझ में नहीं आता कि यह क्यों कहा जा रहा है कि अप्राकृतिक मृत्यु का मामला दर्ज करके, हम मामले को दबाना चाहते थे और इसे आत्महत्या का मामला बनाना चाहते थे।"

डॉक्टर के अंदर 150 मिलीग्राम वीर्य मिला?

ऐसी खबरें थीं कि डॉक्टर के शरीर में 150 मिलीग्राम वीर्य पाया गया था, जिससे सामूहिक बलात्कार का संकेत मिलता है। इस जानकारी का स्रोत कलकत्ता उच्च न्यायालय में डॉक्टर के परिवार द्वारा दायर याचिका थी। हालांकि, पुलिस प्रमुख ने इससे इनकार किया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, गोयल ने बताया, "किसी ने कहा कि 150 ग्राम वीर्य पाया गया है। मुझे नहीं पता कि उन्हें इस तरह की जानकारी कहां से मिली है। और यह खबर हर प्रकार की मीडिया में प्रसारित हो रही है। लोग इस पर विश्वास कर रहे हैं। वे लोगों के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।"

संदिग्धों के नाम का हुआ खुलासा?

कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में डॉक्टर के कुछ सहकर्मियों को संदिग्ध बताया गया है। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, माता-पिता ने संदिग्धों के नामों की एक सूची सीबीआई के साथ साझा की है, किसी भी एजेंसी ने गिरफ्तार नागरिक स्वयंसेवक को छोड़कर किसी का नाम रिकॉर्ड पर नहीं लिया है।

इसके अलावा, ये भी दावा किया जा रहा है कि आरोपी किसी पावरफुल नेता का बेटा है। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि मृतक डॉक्टर का एक जूनियर सहकर्मी एक शक्तिशाली राजनेता का बेटा है, जबकि वह बांकुरा के एक शिक्षक का बेटा है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की झूठी खबरें यह दावा करने के लिए फैलाई गईं कि कुछ बड़े लोगों को उनका संरक्षण प्राप्त है।

पश्चिम बंगाल में राज्यभर के चिकित्सक आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों में शनिवार को शामिल हुए जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रहीं। घटना के विरोध में कई जूनियर डॉक्टर ने आठ दिन पहले हड़ताल शुरू की थी और ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन’ (आईएमए) के आह्वान पर वरिष्ठ चिकित्सक भी इसमें शामिल हो गए जिससे सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों में सेवाएं प्रभावित हुईं। प्रदर्शन में शामिल एक चिकित्सक ने कहा, ‘‘हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। मांगें पूरी करवाने का यही एकमात्र तरीका है। पुलिस की मौजूदगी में लोग अस्पताल के अंदर कैसे घुस सकते हैं और हम पर हमला कर सकते हैं? हम तोड़फोड़ के असली मकसद को समझते हैं।’’

पिछले सप्ताह आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी और वहां तोड़फोड़ भी की गई थी, जिससे पूरे देश में उबाल है और लगभग सभी राज्यों में चिकित्सक इस प्रशिक्षु चिकित्सक को न्याय दिए जाने तथा सुरक्षा से जुड़ी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं।

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