By Navaneet Rathaur
PUBLISHED March 25, 2025

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दिल्ली पर राज करने वाले औरंगजेब को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में क्यों दफनाया गया?

छावा फिल्म के आने के बाद से ही महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर सियासत गर्म हो गई है। हालांकि, औरंगजेब एक ऐसा मुगल बादशाह था जो हमेशा विवादों में रहा है।

महाराष्ट्र में औरंगजेब

बता दें कि औरंगजेब की कब्र को लेकर भी कई तरह के सवाल उठते रहते हैं। दिल्ली और आगरा से हिंदुस्तान पर राज करने वाले औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बनी।

औरंगजेब की कब्र

प्रतीकात्मक तस्वीर

कई लोगों के मन में सवाल रहता है कि औरंगजेब को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में क्यों दफनाया गया? आइए जानते हैं इसके बारे में।

औरंगाबाद में औरंगजेब की कब्र क्यों?

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुगल साम्राज्य का छठा बादशाह औरंगजेब का पूरा नाम मुहिउद्दीन मुहम्मद था, लेकिन उसे आलमगीर या औरंगजेब के नाम से पुकारा जाता था।

मुहिउद्दीन मुहम्मद

प्रतीकात्मक तस्वीर

औरंगजेब के शासनकाल में मुगल साम्राज्य बहुत विशालकाय हो गया था। इस बादशाह ने 1658 से लेकर 1707 तक दिल्ली की गद्दी पर हुकूमत की थी।

औरंगजेब का शासनकाल

प्रतीकात्मक तस्वीर

इतिहासकारों के मुताबिक, औरंगजेब ने अपने शासनकाल में मराठों के साथ कई युद्ध लड़े थे। इनमें से उम्बरखिंड की लड़ाई, सूरत की लड़ाई और सिंहगढ़ का युद्ध प्रमुख थे।

मराठों के साथ युद्ध

प्रतीकात्मक तस्वीर

मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों से 11 युद्ध लड़े थे। उनके बाद उनके पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज ने औरंगजेब से युद्ध किया था।

छत्रपति शिवाजी महाराज

प्रतीकात्मक तस्वीर

कहा जाता है कि साल 1680 में छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के समय से लेकर 1707 में  औरंगजेब की मृत्यु तक मुगल साम्राज्य और मराठा साम्राज्य में संघर्ष चला था।

औरंगजेब की मृत्यु तक चला संघर्ष

भारत के दक्षिणी हिस्से पर कब्जा करने के लिए औरंगजेब की इच्छा इतनी बलवती थी कि वो साल 1680 में अपने पूरे लाव-लश्कर के साथ दक्षिण भारत की ओर कूच कर गए थे।

दक्षिणी हिस्से पर कब्जा

प्रतीकात्मक तस्वीर

इतिहास के मुताबिक, औरंगजेब  एक बार दक्षिण जाने के बाद वो दोबारा दिल्ली कभी नहीं लौटे। अपनी मृत्यु के समय औरंगजेब महाराष्ट्र में थे।

दिल्ली नहीं लौट पाए

प्रतीकात्मक तस्वीर

साल 1707 में औरंगजेब की मृत्यु हो गई। उन्होंने अपनी मौत से पहले ही बता दिया था कि उनकी कब्र और कहां होनी चाहिए।

1707 में औरंगजेब की मृत्यु

प्रतीकात्मक तस्वीर

औरंगजेब को औरंगाबाद से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खुल्दाबाद में दफनाया गया। बता दें कि औरंगजेब के मकबरे के पास ही उनके बेटे आजम शाह का मकबरा है।

खुल्दाबाद में कब्र

प्रतीकात्मक तस्वीर

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