नवरात्रि के बाद माता को चढ़ाए सामग्री का क्या करें?
नवरात्रि के नौ दिनों के बाद दशमी तिथि को कलश को विसर्जित किया जाता है। कलश विसर्जन के समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
नवरात्रि
सबसे पहले कलश पर रखें नारियल को उठाएं । इसे आप नदी में प्रवाहित कर सकते हैं या परिवार के सदस्यों को भी नारियल का प्रसाद दे सकते हैं।
कलश पर नारियल
धर्म विशेषज्ञों के मुताबिक, नवरात्रि पूजन के बाद नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर पूजा-स्थल पर रख सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
पूजा स्थान पर रखें नारियल
नवरात्रि के बाद कलश हटाते समय उसके नीचे रखे चावल और पूजा-सामग्री को नदी में प्रवाहित कर सकते हैं। इससे कोई दोष नहीं लगता है और पूजा का संपूर्ण फल मिलता है।
नदी में प्रवाहित करें पूजा सामग्री
कलश में रखें जल को आम के पत्तों से पूरे घर में छिड़के और बचे हुए जल को तुलसी या शमी के जड़ में डाल दें। घर के हर एक कोने में जल छिड़के, लेकिन बाथरूम में ना छिड़के।
कलश के जल का क्या करें?
कलश स्थापना के दौरान कलश में डाले गए सिक्कों और सुपारी को अपने तिजोरी और पर्स में रख लें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन की तंगी दूर होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
कलश के अंदर की सामग्री
कलश हटाने से पहले मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद पूजा में जाने-अनजाने से हुई गलती की माफी मांगें, फिर कलश के जल को घर में छिड़कना शुरू करें।
मां दुर्गा से क्षमा मांगे
नवरात्रि के बाद कलश हटाते समय कलश पर बंधे कलावे को खोलकर हाथों में बांध लें। ऐसा करने में देवी भगवती प्रसन्न होती हैं और भक्तों पर हमेशा मेहरबान रहती हैं।
कलावे को हाथों में बांधे
यह जानकारी सिर्फ मान्याताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
नोट
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