सांप और नाग में क्या अंतर होता है, पक्का नहीं जानते होंगे आप
सांप और नाग के बारे में आपने सुना जरूर होगा। इन जीवों के बारे में पढ़कर ही कई बार शरीर कांपने लगता है।
सांप और नाग
कुछ लोग सांप और नाग को एक ही समझते हैं। लेकिन ऐसी भूल मत करिए। ऐसा बिल्कुल नहीं है। सांप और नाग में बहुत अंतर है।
दोनों में होता है अंतर
सांप और नाग दोनों ही सरीसृप वर्ग के जीव हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से इनमें कई महत्वपूर्ण अंतर हैं।
क्या है वैज्ञानिक अंतर
आम बोलचाल में लोग अक्सर नाग और सांप शब्दों को एक ही अर्थ में प्रयोग करते हैं। हालांकि, यह अंतर जानना जरूरी है कि हर नाग एक सांप होता है, पर हर सांप नाग नहीं होता।
हर नाग सांप होता है हर सांप नाग नहीं
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सांप एक व्यापक समूह है, जिसे जीव-विज्ञान में Serpentes उपवर्ग में रखा गया है। विश्वभर में लगभग 3,000 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
सांप एक व्यापक समूह है
इन 3000 से अधिक सांप की प्रजातियों में कुछ विषैले होते हैं जैसे करैत, वाइपर और नाग, जबकि कुछ अविषैले होते हैं। वहीं नाग, एक विशेष प्रकार का विषैला सांप होता है, जो मुख्यतः Elapidae परिवार से संबंधित होता है।
विषैले और अविषैले सांप
भारत में पाए जाने वाले नाग को भारतीय कोबरा कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम (Naja naja) है।
भारतीय कोबरा
नाग की सबसे खास पहचान है उसका फन फैलाना। जब भी इसे खतरा महसूस होता है तो यह सिर के पीछे की हड्डियों को फैलाकर दिखाता है। नाग का विष न्यूरोटॉक्सिक होता है, जो तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव डालता है।
नाग की खास पहचान
सांप और नाग में मुख्य अंतर यह है कि 'सांप' एक सामान्य श्रेणी है, जिसमें विषैले और विषहीन दोनों तरह के सांप आते हैं, जबकि 'नाग' केवल विषैले कोबरा जाति के सांपों को कहते हैं। नाग एक विशिष्ट पहचान वाला सांप है।
नाग रखता है विशिष्ट पहचान
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