हनुमान जी की कृपा के लिए बजरंग बाण का पाठ काफी शक्तिशाली माना जाता है। हालांकि, बजरंग बाण के पाठ करने के लिए नियमों का पालन जरूरी है।
हनुमान जी
बजरंग बाण का पाठ सुबह स्नान के बाद करना चाहिए। मंगलवार या शनिवार को इसका पाठ करने से शुभ फल मिलता है।
कब करें बजरंग बाण का पाठ?
हनुमान जी की प्रतिमा के सामने कुश का आसन बिछाएं और पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
आसन
बजरंग बाण का पाठ शुरू करने से पहले संकल्प लें। संकल्प करते समय प्रथम पूज्य देव गणेश, माता सीता, भगवान राम और बजरंगबली का ध्यान करें।
पाठ कैसे करें?
अगर आप हनुमान जी की कृपा के लिए बजरंग बाण का पाठ करने वाले हैं, लाल वस्त्र पहनें। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें और शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
कैसे कपड़े पहनें?
संकल्प लेने के बाद हनुमान जी को धूप, दीप, फूल और प्रसाद चढ़ाएं। इसके बाद बजरंग बाण का पाठ करना शुरू करें।
पूजा
बजरंग बाण का पाठ करते समय शब्दों का उच्चारण स्पष्ट करें। मान्यता है कि सही ढंग से बजरंग बाण का पाठ करने से हनुमान जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं।
उच्चारण
अगर आप किसी विशेष मनोकामना के लिए बजरंग बाण का पाठ कर रहे हैं, तो इसका 41 दिन तक नियमित पाठ करें।
कब तक करना चाहिए पाठ?
पाठ के बाद राम नाम का स्मरण करें और इसके बाद प्रसाद वितरित करें। बजरंग बाण का पाठ करने वाले जातक को मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से दूरी बनाकर रहना चाहिए।
परहेज
यह जानकारी सिर्फ मान्याताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
नोट
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