By Navaneet Rathaur
PUBLISHED March 17, 2025

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शादी-विवाह में हो रही है देरी, तो रंग पंचमी पर करें ये उपाय

रंग पंचमी का पर्व हर साल चैत्र कृष्ण पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इसलिए इसे श्रीरंग पंचमी या देव पंचमी भी कहा जाता है। 

देव पंचमी

यह पर्व मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

धूमधाम

यह पर्व राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन होली से शुरू होने वाले रंगोत्सव का समापन भी हो जाता है।

प्रेम का प्रतीक

मान्यताओं के अनुसार, हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी पर देवता ब्रज क्षेत्र में आकर श्रीकृष्ण और राधारानी के साथ होली खेलते हैं।

मान्यता

रंग पंचमी का पर्व इस साल 19 मार्च, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन किए गए कुछ उपाय विशेष फलदायी होते हैं।

उपाय

रंग पंचमी के दिन राधा-कृष्ण के चरणों में पीले और लाल रंग के गुलाल को अर्पित करने से जल्द विवाह के योग बनते हैं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से वैवाहिक जीवन भी अच्छा होता है।

गुलाल

रंग पंचमी के दिन कमल के फूल पर विराजमान लक्ष्मी-नारायण की तस्वीर घर लानी चाहिए। इससे उनकी विशेष कृपा बनी रहती है। 

तस्वीर

रंग पंचमी के दिन माता लक्ष्मी और विष्णु भगवान की विधिवत पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से घर में धन आगमन के योग बनते हैं।

इनकी करें पूजा

रंग पंचमी के दिन सूर्य भगवान को जल का अर्घ्य देने से भी वैवाहिक जीवन अच्छा रहता है। इस दिन सूर्य चालीसा का पाठ करने से रिश्तों में आई तकरार दूर हो जाती है।

सूर्य देव की पूजा

यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। 

नोट

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