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Faith छठ पूजा: किस पात्र से सूर्य को अर्घ्य देना शुभ?
हिंदू धर्म में हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पूजा का पर्व मनाया जाएगा।
छठ तिथि
Pic Credit: Shutterstock छठ पूजा का पर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है। इसमें महिलाएं लगभग 36 घंटे का व्रत करती हैं।
4 दिन का व्रत
Pic Credit: Shutterstock छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से होती है। इस साल 17 नवंबर को नहाय-खाय और 18 नवंबर को खरना मनाया जाएगा।
नहाय-खाय और खरना
Pic Credit: Shutterstock 19 नवंबर को महिलाएं डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी। उसके अगले दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
सूर्य को अर्घ्य
Pic Credit: Shutterstock आइए आपको बताते हैं कि सूर्य को अर्घ्य देते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
किन बातों का ध्यान रखें?
Video Credit: Pexels सूर्य को अर्घ्य देते समय चांदी, स्टील, शीशा और प्लास्टिक के पात्रों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
ये पात्र ना इस्तेमाल करें
Pic Credit: Shutterstock सूर्य को अर्घ्य देते समय पीतल या तांबे के पात्र का इस्तेमाल करना शुभ माना गया है।
सही पात्र
Pic Credit: Shutterstock छठ पर शुरू को अर्घ्य देते समय 'ॐ घृणि सूर्य देवाय नम:, ॐ दिवाकराय नम:' मंत्र का जाप कर सकते हैं।
मंत्र जाप
Pic Credit: Shutterstock अर्घ्य देते समय सूर्य की रोशनी को सीधे नहीं देखें, बल्कि जल धारा से सूर्य की रोशनी को देखें।
ऐसे देखें सूर्य की रोशनी
यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
नोट
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