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Faith माथे पर तिलक लगाने के क्या नियम हैं?
Pic Credit: Shutterstock तिलक
हिंदू धर्म में तिलक का खास धार्मिक महत्व है। अलग-अलग तरह के तिलक का प्रभाव भी अलग होता है।
नियम
आज हम आपको माथे पर तिलक लगाने से जुड़े कुछ नियम बताएंगे।
स्नान
तिलक को ईश्वर के आशीर्वाद के रूप में माना जाता है। इसे स्नान-ध्यान के बाद ही माथे पर लगाना चाहिए।
दिशा
मान्यताओं के अनुसार, उत्तर दिशा की ओर मुख करके माथे पर तिलक लगाना चाहिए।
तिलक को माथे पर दोनों भौहों के बीच आज्ञा चक्र पर लगाना उत्तम माना गया है।
चक्र
तिलक लगाएं
देवी-देवताओं की मूर्ति को अनामिका उंगली से तिलक लगाना चाहिए। वहीं स्वयं या दूसरे व्यक्ति को मध्यमा उंगली या अंगूठे से तिलक लगाएं।
सकारात्मक ऊर्जा
आज्ञा चक्र पर तिलक लगाने से मन शांत रहता है। साथ ही शरीर में सकारात्मक ऊर्जा भी बनी रहती है।
अन्य जगह तिलक
तिलक सिर्फ माथे पर ही नहीं बल्कि गले, बाजू, नाभि, हृदयस्थल आदि पर भी लगाया जाता है।
वैष्णव, शैव और शाक्त परंपरा में तिलक लगाना अत्यंत शुभ माना गया है।
तिलक का धार्मिक महत्व
नोट
यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
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