Hanuman Janmotsav 2025: हनुमान जी की पूजा में किन-किन चीजों की पड़ेगी जरूरत?
हिंदू धर्म शास्त्रों में मान्यता है कि हनुमान जी चिरंजीवी हैं और एक कल्प तक अपने शरीर में इसी धरती पर रहेंगे।
चिरंजीवी हैं हनुमान जी
बता दें कि हर साल चैत्र महीने की पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन बल-बुद्धि के देवता बजरंगबली की विशेष पूजा की जाती है।
हनुमान जन्मोत्सव
मान्यता है कि भगवान राम के अनन्य भक्त हनुमान जी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था। हनुमान जन्मोत्सव के दिन सुबह जल्दी स्नान कर पूजा करने और व्रत रखने से सारे रोग-दोष दूर होते हैं।
सूर्योदय के समय जन्म
अगर कोई व्यक्ति शनि दोष से पीड़ित हैं, तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन बजरंगबली की पूजा करने से राहत मिलती है।
बजरंगबली की पूजा
आज हम आपको हनुमान जन्मोत्सव के दिन बजरंगबली की पूजा के लिए जरूरी सामग्री और सही विधि के बारे में बताएंगे।
पूजा विधि और सामग्री
लकड़ी की चौकी, लाल या पीला कपड़ा, धूप, दीप, घी, सिंदूर, चंदन, गंध, इत्र, फूल और प्रसाद।
सामग्री
हनुमान जन्मोत्सव के दिन सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें और पूजा के स्थान पर लकड़ी की चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं। कपड़े पर हनुमानजी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
पूजा विधि
अब हनुमान जी की मूर्ति को स्नान कराएं और इसके बाद धूप, दीप अर्पित करें। दीप जलाने के बाद हनुमानजी को सिंदूर, चंदन, गंध, इत्र आदि अर्पित करें।
धूप-दीप
हनुमान जी की पंचोपचार पूजा करने के बाद प्रसाद अर्पित करें। प्रसाद अर्पित करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान चालीसा का पाठ
हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद बजरंगबली की आरती उतारें और इसके बाद प्रसाद को अपने परिवार के सदस्यों में बांटें।