By Dheeraj Pal
PUBLISHED October 11, 2025

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अहोई अष्टमी पर इन चीजों का दान, दूर होंगी सारी बाधाएं

अहोई अष्टमी व्रत के दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है। इस पर्व पर माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं।

अहोई अष्टमी व्रत

पर्व के दौरान माताएं पूरा दिन निर्जला उपवास रखती हैं और शाम के समय माता अहोई की पूजा-अर्चना करने के बाद तारों को अर्घ्य देती हैं।

पूजा विधि

अहोई अष्टमी के दिन “ॐ पार्वतीप्रिय-नंदनाय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए।

मंत्र

इसके बाद माताएं व्रत का पारण करती हैं। कहा जाता है कि ऐसा करने से संतान की आयु लंबी होती है और जीवन में तरक्की आती है।

व्रत का पारण

अहोई अष्टमी का पावन पर्व 13 अक्टूबर 2025 को पड़ रहा है।

कब है?

इस दिन पूजा-पाठ के साथ दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व होता है। चलिए जानते हैं कि इस दिन क्या दान करना चाहिए। 

क्या करें दान

इस दिन आप जरूरतमंदों को भोजन करा सकते हैं, इसे बहुत शुभ माना जाता है।

भोजन

इसके अलावा इस दिन धन, कपड़े और अनाज का दान भी करना चाहिए।

धन, कपड़े व अनाज

इस दिन फल और मिठाई का दान करना चाहिए। इससे जीवन में समृद्धि बरकरार रहती है।

फल और मिठाई का दान

यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। 

नोट

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