पूर्णिमा पर करें राशि के अनुसार दान, ग्रह दोष से मिलेगा छुटकारा
हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन काफी धूमधाम से हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है।
चैत्र पूर्णिमा
पूर्णिमा के खास अवसर पर स्नान-दान का महत्व है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करने से ग्रह संबंधित दोष खत्म हो जाते हैं।
स्नान-दान का महत्व
आज हम आपको पूर्णिमा तिथि पर राशि अनुसार दान करने का नियम और महत्व बताएंगे।
राशि अनुसार दान
मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह मंगल देव हैं। चैत्र पूर्णिमा के दिन इन दोनों राशियों के जातकों को लाल कपड़े, फल, सब्जियां, खाने-पीने की चीजें दान करना चाहिए।
मेष और वृश्चिक राशि
वृष और तुला राशि के ग्रह स्वामी शुक्र देव हैं। इन दोनों राशियों के जातकों को चैत्र पूर्णिमा के दिन सफेद रंग के कपड़े, सफेद रंग की चीजें, केला आदि जरूरमंदों में दान करना चाहिए।
वृष और तुला राशि
मिथुन और कन्या राशि के ग्रह स्वामी बुध देव हैं। इन दोनों राशियों के जातकों को चैत्र पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद हरे रंग के कपड़े, पढ़ाई की चीजें आदि सामर्थ्य अनुसार दान करना चाहिए।
मिथुन और कन्या राशि
कर्क राशि के स्वामी चंद्र ग्रह हैं। इस राशि के जातकों को सफेद रंग के कपड़े और सफेद रंग की वस्तुएं दान करना चाहिए।
कर्क राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य ग्रह हैं। चैत्र पूर्णिमा के दिन सिंह राशि के जातकों को लाल और पीले रंग की वस्तुएं दान करनी चाहिए।
सिंह राशि
धनु और मीन राशि के जातकों के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं। इन राशियों के जातकों को चैत्र पूर्णिमा के दिन पीले रंग के कपड़े, पीला मिठाई और पीले रंग की वस्तुओं का दान करना चाहिए।
धनु और मीन राशि
मकर और कुंभ राशि के स्वामी ग्रह शनि हैं। चैत्र पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने के बाद इन इन राशि के जातकों को नीले रंग के कपड़े, काले तिल, सरसों का तेल आदि दान करना चाहिए।
मकर और कुंभ राशि
यह जानकारी सिर्फ मान्याताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
नोट
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