कार्तिक महीने में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है।
छठ महापर्व 2023
बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छठ का महापर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है।
4 दिनों का छठ त्योहार
छठ पर्व के दौरान श्रद्धालु लगभग 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हुए छठी मईया और सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करते हैं।
छठ महापर्व पर निर्जला व्रत
मान्यता है कि छठी मईया सूर्य देव की मानस बहन और भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री हैं।
छठ पर्व की मान्यता
चार दिन तक चलने वाले छठ महापर्व में पूजा सामग्री का भी खास महत्व होता है। अगर आप पहली बार छठ का व्रत रख रहे हैं, तो आपको सबसे पहले पूजन सामग्री की लिस्ट बनानी होगी।
छठ पूजा के लिए सामग्री
छठ व्रत करने वाली महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को धोती-कुर्ता पहनना चाहिए।
छठ पूजा के लिए कपड़े
एक लोटा, एक थाली, पान, सुपारी, चावल, सिंदूर, घी का दीपक, शहद, धूप या अगरबत्ती।
अन्य सामग्री
शकरकंदी, सुथनी, गेहूं, चावल का आटा, गुड़, ठेकुआ, पत्तियां लगे हुए गन्ने, मूली, अदरक और हल्दी का हरा पौधा।
छठ के लिए जरूरी सामग्री
बड़ा वाला नींबू (घाघर), नाशपाती, केला और शरीफा, पानी वाला नारियल, मिठाइयां आदि।
छठ पूजा के लिए फल-मिठाई
छठ पूजा का प्रसाद रखने के लिए बांस की दो बड़ी-बड़ी टोकरियां। प्रसाद रखकर अर्घ्य देने के लिए बांस या पीतल से बना सूप।