चैत्र नवरात्रि: वास्तु के अनुसार ऐसे लगाएं माता की चौकी
हिंदू धर्म से जुड़े लोग चैत्र नवरात्रि के पर्व को भक्ति और उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दौरान लोग मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत भ रखते हैं।
चैत्र नवरात्रि
नवरात्रि में मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस दौरान देवी दुर्गा की पूजा करने से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है।
नवरात्रि का त्योहार
बता दें कि नवरात्रि पूजा अनुष्ठान के दौरान लोग माता की चौकी लगाते हैं। माता की चौकी लगाने के लिए वास्तु के कुछ विशेष नियमों का जरूर पालन करना चाहिए।
नवरात्रि में माता की चौकी
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, माता की चौकी को हमेशा ईशान कोण में ही लगाना चाहिए। माता की चौकी के लिए ईशान कोण सबसे शुभ दिशा होती है।
शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, ईशान कोण को सबसे उत्तम और पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि ईशान कोण में ईश्वर का वास होता है।
उत्तम और पवित्र दिशा
नवरात्रि में माता की चौकी लगाने के लिए सबसे बढ़िया चंदन की लकड़ी की चौकी होती है। अगर चंदन की लकड़ी की चौकी ना हो, तो आम की लकड़ी की चौकी भी ले सकते हैं।
किस लकड़ी की चौकी?
धर्म विशेषज्ञों के मुताबिक, ईशान कोण में चौकी लगाने के बाद लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और इस पर माता रानी की मूर्ति स्थापित करें।
माता रानी की मूर्ति
नवरात्रि में ईशान कोण में नियमों के मुताबिक चौकी लगाकर माता रानी की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
माता रानी की कृपा
यह जानकारी सिर्फ मान्याताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।