By Dheeraj Pal
PUBLISHED April 03, 2025

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चैत्र नवरात्रि 2025: कन्या पूजन कैसे करें, जानें पूरी विधि

नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्यापूजन किया जाता है। 

कन्या पूजन

मान्यता है कि कन्या पूजन के बाद ही नवरात्रि की पूजा संपूर्ण मानी जाती है।

संपूर्ण

लेकिन कन्या पूजन करते समय कुछ नियमों का विशेष ध्यान रखा जाता है। चलिए जानते है कन्या पूजन कैसे करते हैं।

कैसे करें कन्या पूजन

कन्या पूजन करने के लिए इस दिन सुबह उठकर स्नान पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं।

वस्त्र धारण

फिर घर में कन्याओं को बुलाया जाता है। जो प्रसाद तैयार किया गया है, उसे पहले माता को भोग लगाया जाता है।

घर पर कन्या बुलाएं

कन्याओं को घर बुलाकर उनके पैर धोए जाते हैं। कन्याओं के साथ एक लंगूर के रूप में लड़के को भी बुलाया जाता है।

पैर धोएं

आसन पर बिठाने के बाद कन्याओं के हाथों में कलावा बांधा जाता है, माथे पर कुमकुम लगाया जाता है और उनके समक्ष थाली परोसी जाती है।

कलावा बांधे

प्रसाद की थाली में पूड़ी, काले चने और हलवा परोसा जाता है। कन्याओं को शगुन के रूप में सिक्का या चुनरी दी जा सकती है।

हलवा परोसे

जब कन्याएं प्रसाद खा लेती हैं, तो उनके पैर छूकर उन्हें विदा किया जाता है।

ऐसे करें विदा

यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। 

नोट

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