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Faith चैत्र नवरात्रि: अखंड ज्योति जलाने का सही नियम क्या है?
30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है।
शुरुआत
देवी मां की कृपा पाने के लिए भक्त गण पूरे 9 दिनों तक विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हैं।
पूजा-अर्चना
नवरात्रि के दौरान अधिकतर लोग अखंड ज्योति की स्थापना करते हैं।
अखंड ज्योति
चलिए जानते हैं कि नवरात्रि में अखंड ज्योति से जुड़े नियम क्या-क्या है?
नियम
वास्तु शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति की स्थापना के लिए आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सबसे शुभ होता है।
दिशा
इस दिशा में अखंड ज्योति की स्थापना करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
सुख-समृद्धि
ध्यान रखें कि नवरात्रि के 9 दिनों तक अखंड ज्योति नहीं बुझना चाहिए।
9 दिन न बुझे
अखंड ज्योति का मुख हमेशा पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए।
ज्योति का मुख
घी से जलाई गई अखंड ज्योति को दाहिनी ओर रखना चाहिए। वहीं, तेल वाली अखंड ज्योति को बाईं तरफ रखना शुभ माना गया है।
घी और तेल
यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।
नोट
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