शनि देव को प्रसन्न कर उनका आशिर्वाद लेने के लिए शनि अमावस्या का दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन शनि देव की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
शनि देव
अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति ठीक नहीं है या फिर साढ़े साती-ढैय्या से पीड़ित हैं, तो शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि अमावस्या के दिन शाम में कुछ उपाय कर सकते हैं।
शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय
आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताएंगे, जिन्हें शनि अमावस्या के दिन शाम में जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि इन उपायों से शनि देव प्रसन्न होते हैं।
शनि अमावस्या की शाम करें ये उपाय
शनि अमावस्या के दिन शाम में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाना चाहिए। मान्यता है कि इससे कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत तो होती ही है, साथ ही राहु का प्रभाव भी कम होता है।
दीया जलाएं
अगर आप शनि दोष से पीड़ित हैं, तो शनि अमावस्या की शाम हनुमान जी की उपासना कर शनि देव को प्रसन्न कर सकते हैं। इस दिन सुंदरकांड का पाठ करना बहुत शुभ होता है।
हनुमान जी की उपासना
शनि अमावस्या के दिन घर पर भी शनि देव का ध्यान कर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। दीपक में पीली सरसों के कुछ दाने जरूर डाल दें।
घर में सरसों का दीपक
शनि देव की पूजा के लिए शाम का समय सबसे शुभ माना जाता है। ऐसे में शनि अमावस्या के दिन शाम में शनि देव की पूजा कर शनि मंत्र की 3 माला जाप करें।
मंत्र जाप
शनि अमावस्या के दिन शमी के पेड़ की पूजा का विधान है। शनि देव का आशिर्वाद पाने के लिए शनि अमावस्या की शाम शमी के पेड़ के नीचे घी का दीया जरूर जलाएं।
शमी वृक्ष की पूजा
यह जानकारी सिर्फ मान्याताओं, धर्मग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
नोट
साढ़े साती और ढैय्या से राहत के लिए शनि अमावस्या पर करें ये उपाय