ग्लोबल वार्मिंग का असर, पानी में डूबने के कगार पर हैं ये 5 शहर
ग्लोबल वार्मिंग का असर दुनियाभर में देखने को मिल रहा है। बता दें कि ग्लोबल वार्मिंग यानी जलवायु परिवर्तन के कारण बेमौसम बारिश, भीषण गर्मी और बर्फबारी देखने को मिल रही है।
ग्लोबल वार्मिंग
बता दें कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण ध्रुवों पर जमी बर्फ के पिघलने से समुद्र का पानी बढ़ रहा है। समुद्र के बढ़ते पानी से कई तरह का खतरा है।
जलवायु परिवर्तन
ग्लोबल वार्मिंग के कारण स्थिति भयावह ना हो, इससे बचने के लिए कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं। लेकिन परिणाम अभी तक मनमुताबिक नहीं मिल रहा है।
ग्लोबल वार्मिंग की स्थिति
समुद्र के बढ़ते जल स्तर के कारण दुनियाभर के कई शहरों के पानी में डूबने का खतरा है। ये शहर समुद्र तल से कुछ ही मीटर की ऊंचाई पर बसे हैं।
पानी में डूबने का खतरा
आज हम आपको कुछ प्रमुख शहरों के बारे में बताएंगे, जिनका ग्लोबल वार्मिंग के कारण डूबने का खतरा बढ़ गया है।
ग्लोबल वार्मिंग से डूबने का खतरा
नीदरलैंड्स की राजधानी एम्स्टर्डम, हॉग और रॉटरडम जैसे शहर नॉर्थ-सी के नजदीक हैं। सी-लेवल से बहुत कम ऊंचाई पर होने के कारण ये शहर जल्दी डूब सकते हैं।
एम्स्टर्डम
इराक का बसरा शहर शत अल-अरब नाम की एक बड़ी नदी के किनारे बसा है। यह नदी पारस की खाड़ी से मिलती है। अगर समुद्र का वॉटर लेवल बढ़ता रहा, तो बसरा शहर का भी डूबने का खतरा है।
बसरा
अमेरिका के न्यू ओरलींस शहर का काफी हिस्सा पानी के लेवल पर ही मौजूद हैं। ऐसे में जलस्तर के बढ़ने से इस शहर के भी डूबने का खतरा है।
न्यू ओरलींस
अगर समुद्र का जलस्तर तेजी से बढ़ता रहा, तो इटली का वेनिस शहर के भी डूबने का खतरा है। यह शहर पानी के बीच में बना हुआ है।
वेनिस
वियतनाम का हो ची मिन्ह सिटी भी समुद्र तल से बहुत कम ऊंचाई पर बसा हुआ है। ऐसे में समुद्र का जलस्तर बढ़ने से यह शहर डूब सकता है।
हो ची मिन्ह सिटी
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