कर्मचारी ने WFH में कार के ऊपर रख दिए कागज और बंद हुआ न्यूक्लियर प्लांट; फिर क्या हुआ
जापानी नियामकों की तरफ से सुरक्षा खामियों के मद्देनजर परमाणु ऊर्जा संयंत्र चलाने वाली कंपनी को इसे बंद करने के आदेश दिए। दरअसल घर से काम करने वाले एक लापरवाह कर्मचारी ने कंपनी की मुश्किलें बढ़ा दी है।
सालों बाद जापान में दुनिया का सबसे बड़ा न्यूक्लियर प्लांट खुलना था, मगर वर्क फ्रॉम होम कर रहे एक कर्मचारी की गलती की वजह से इसे खुलने से पहले ही बंद कर दिया गया। सुरक्षा खामियों के मद्देनजर न्यूक्लियर प्लांट चलाने वाली कंपनी को जापानी नियामकों की तरफ इसे बंद करने के आदेश दिए गए। दरअसल घर से काम कर रहे एक लापरवाह कर्मचारी ने कंपनी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कंपनी के मुताबिक, लापरवाह कर्मचारी ने अपनी कार की छत पर न्यूक्लियर प्लांट से जुड़े जरूरी कागजों को रख दिया और भूल गया। बेखबर कर्मचारी कार मजे से दौड़ाता रहा और कार की छत पर रखे जरूरी कागज हवा में उड़ते रहे। हद तो तब हो गई जब ये न्यूक्लियर प्लांट के जरूरी कागज एक स्थानीय शख्स को मिले।
जापान के निगाटा प्रान्त में काशीवाज़ाकी-करीवा न्यूक्लियर प्लांट का संचालन करने वाली कंपनी को कर्मचारी की लापरवाही का हर्जाना भरना पड़ा है। सुरक्षा खामियों और एक सख्त नियामक प्रक्रिया के उल्लंघन करने की वजह 12 सालों से बंद पड़े न्यूक्लियर प्लांट को अब खोला नहीं जा सकेगा। साल 2011 के फुकुशिमा आपदा में इसे बंद कर दिया गया था।
जापान के 33 परमाणु रिएक्टरों के सुरक्षा प्रोटोकॉल की देखरेख कर रहे परमाणु नियमन प्राधिकरण ने पिछले हफ्ते पावर स्टेशन पर संचालन शुरू करने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। नियमन प्राधिकरण ने कहा कि इसे शुरू करने के लिए जो उपाय किए गए हैं वह काफी नहीं हैं।
उधर न्यूक्लियर प्लांट चलाने वाली कंपनी का दावा है कि वह अपने काम में सुधार करेगी। कंपनी ने कहा कि जरूरी कागजात स्थानीय लोगों द्वारा बरामाद किए गए यह हमारी एक बड़ी गलती है। कंपनी ने कहा कि उसने अपने कर्मचारियों और मैनेजमेंट को चेतावनी दी है। कंपनी यह सुनिश्चित करेगी कि सभी कर्मचारी डॉक्यूमेंट्स और सूचनाओं को ऑफ-साइट ले जाने से पहले कड़े नियमों का पालन करें।