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Hindi News वायरल न्यूज़जिम में साड़ी पहनकर वजन उठा रही 56 साल की महिला, बहू के साथ करती हैं वर्कआउट; रोचक है कहानी

जिम में साड़ी पहनकर वजन उठा रही 56 साल की महिला, बहू के साथ करती हैं वर्कआउट; रोचक है कहानी

56 साल की यह महिला लगातार साबित कर रही है कि उम्र महज एक नंबर है। उन्होंने 52 साल की उम्र में जिम जाना शुरू किया था और चार साल में ही वह कई लोगों को जिम जाने के लिए प्रेरित कर चुकी हैं।

जिम में साड़ी पहनकर वजन उठा रही 56 साल की महिला, बहू के साथ करती हैं वर्कआउट; रोचक है कहानी
Amit Kumarलाइव हिन्दुस्तान,चेन्नईThu, 24 Nov 2022 03:07 PM

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चेन्नई की एक 56 वर्षीय महिला की स्टोरी इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। वह साड़ी पहनकर जिम के अंदर भारी भरकम वजन उठा रही हैं। महिला की तस्वीरों ने इंटरनेट पर तूफान मचा दिया है। लोग यह देखर हैरान हैं कि इतनी उम्र में भी कोई महिला इतना वजन कैसे उठा सकती है वो भी साड़ी पहने हुए। हालांकि इसके पीछे की कहानी बेहद दिलचस्प है। अक्सर देखा जाता है कि जैसे-जैसे लोग बड़े होते जाते हैं, विशेषकर महिलाएं, वैसे-वैसे वे अपनी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों की अनदेखा करते रहते हैं। महिला ने इसी मुद्दे को हल करने का बीड़ा उठाया हुआ है। 

साड़ी पहनकर और वजन उठाकर, 56 साल की यह महिला लगातार साबित कर रही है कि उम्र महज एक नंबर है। उन्होंने 52 साल की उम्र में जिम जाना शुरू किया था और चार साल में ही वह कई लोगों को जिम जाने के लिए प्रेरित कर चुकी हैं। उनकी कहानी शुरू में ह्यूमन्स ऑफ मद्रास नामक एक सोशल मीडिया पेज द्वारा साझा की गई थी। हालांकि, उन्होंने महिला के नाम का खुलासा नहीं किया था। उन्होंने जो वीडियो पोस्ट किया, उसमें उन्हें जिम में वर्कआउट करते हुए दिखाया गया है। वीडियो के साथ लिखा, "वह 56 (साल) की है ... वह साड़ी पहनती है और आराम से पावरलिफ्टिंग और पुशअप्स करती है! उम्र सिर्फ एक नंबर है और इस बात को यह महिला सही मायने में साबित करती है।"  

द लॉजिकल इंडियन की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की कहानी को आगे बताते हुए पोस्ट में लिखा गया है कि 52 साल की उम्र में, उन्हें घुटने और पैर में गंभीर दर्द हुआ था। उनका दर्द डॉक्टरों और मेडिकल स्टोर के कई चक्कर लगाने के बावजूद ठीक नहीं हो रहा था। जोड़ों के दर्द में राहत का कोई संकेत नहीं मिलने पर, उनके बेटे ने उपचार के विभिन्न तरीकों की तलाश शुरू कर दी। सारा शोध भी व्यर्थ चला गया। उन्होंने आखिरकार अपनी मां को जिम ले जाने और वर्कआउट कराने का फैसला किया। अपनी बहू के साथ, वह जिम जाने लगी और लोअर बॉडी (शरीर के निचले हिस्से) की एक्सरसाइज करने लगीं। धीरे-धीरे वहां से आगे बढ़ते हुए, उन्होंने हर गुजरते मिनट में शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की कोशिश की। वह कभी-कभार सैर पर जातीं, अपने पोते के साथ खेलतीं, या फिर वेटलिफ्टिंग के लिए जिम जातीं।

महिला ने कहा, "मैं दर्द को कम होते देख सकती थी।" पांच महीनों के भीतर, दर्द पूरी तरह से दूर हो गया था। उन्होंने कहा, "इस प्रक्रिया ने मुझे सिखाया कि जब मैं दर्द का सामना कर रही होती हूं तो मुझे कैसे संभलकर रहना चाहिए। किसी की भलाई के लिए शारीरिक गतिविधि कितनी महत्वपूर्ण है।" फिट रहना अब उनकी दिनचर्या का एक अभिन्न हिस्सा है, और वह जिम में साड़ी पहने सास के रूप में लोगों को प्रेरित करती रहती हैं जो भारी वजन उठाती हैं।

वे कहती हैं, "दर्द से निपटने के अपने अनुभव पर किए गए व्यापक शोध से प्रेरित होकर, मेरा बेटा एक जिम का मालिक बन गया। उन्होंने 2018 में मद्रास बारबेल की स्थापना की थी। मैं अपने बेटे के जिम में 24×7 पहुंचती थी और हर दिन ट्रेनिंग करती थी।" वे कहती हैं, "मुझे ऐसा करने में सक्षम बनाने के लिए मैं अपने पूरे परिवार, खासकर अपने पति की शुक्रगुजार हूं। मैं अब 56 साल की हो गई हूं और अभी भी बिना किसी बाधा के वर्कआउट करती हूं।"

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