सड़क पर बेहोश पड़े शख्स की पुलिस जवान ने ऐसे बचाई जान, देखें दिल को छू लेने वाला यह वायरल वीडियो
सड़क पर बेहोश पड़े एक शख्स की जिस सूझबूझ से पुलिस कॉन्स्टेबल ने जान बचाई है, उसे देखकर लोग इस जवान पर खूब प्यार बरसा रहे हैं। तेलंगाना में सड़क हादसे में बेहोश पड़े एक व्यक्ति पर कार्डियोपल्मोनरी...
सड़क पर बेहोश पड़े एक शख्स की जिस सूझबूझ से पुलिस कॉन्स्टेबल ने जान बचाई है, उसे देखकर लोग इस जवान पर खूब प्यार बरसा रहे हैं। तेलंगाना में सड़क हादसे में बेहोश पड़े एक व्यक्ति पर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि पुलिस का यह जवान कैसे जीवन रक्षक तकनीक का इस्तेमाल कर उसकी जान बचाता है। यह घटना तेलंगाना के करीमनगर जिले की बताई जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायरल वीडियो में दिख रहे कांस्टेबल की पहचान एमए खलील के रूप में हुई है। कांस्टेबल एमए खलील ने मंगलवार को एक सड़क दुर्घटना में पीड़ित का सीपीआर कर उसकी जान बचाई और उसे वापस सामान्य अवस्था में लाया। दरअसल, सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन व्यक्ति को अचानक हृदय गति रुकने या सांस लेने में असमर्थता के मामलों में वापस लाने के लिए एक प्राथमिक उपचार विधि है।
కరీంనగర్ హౌసింగ్ బోర్డు కాలనీలో ద్విచక్ర వాహనం ఢీకొట్టిన వెంటనే కుప్పకూలిపోయిన యువకుడి హార్ట్ బీట్ ఆగిపోయింది. పక్కనే ఉన్న కానిస్టేబుల్ ఖలీల్ ప్రథమ చికిత్సలో భాగంగా గుండె పైన నిమిషం పాటు పంపింగ్ చేయండంతో యువకుడికి మొదలయిన హార్ట్ బీట్, వెంటనే అతనిని హాసుపత్రికి తరలించడమైనది. pic.twitter.com/zZEYMVHal1
— Telangana State Police (@TelanganaCOPs) June 23, 2021
इस घटना का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, कॉस्टेबल खलील को वाहवाही मिलने लगी। इतना ही नहीं, वीडियो वायरल होने के बाद उनके इस नेक काम का इनाम भी मिला। एमए खलील को बुधवार को तेलंगाना के करीमनगर के पुलिस आयुक्त कमलासन रेड्डी ने उनके जीवन रक्षक कार्य के लिए सम्मानित किया।
दरअसल, मंगलवार को करीमनगर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास सड़क पार करते समय बोम्मकल निवासी एमडी अब्दुल खान को तेज रफ्तार बाइक ने टक्कर मार दी। इसके बाद नाक से खून बहने के कारण वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस कॉस्टेबल एमए खलील मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस का इंतजार करते हुए उन्होंने पीड़ित पर एक मिनट तक सीपीआर तकनीक का प्रदर्शन किया और उसे प्राथमिक उपचार भी दिया। जल्द ही एमडी अब्दुल खान का दिल सामान्य तरीके से धड़कने लगा। बाद में उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया।