Hindi Newsवायरल न्यूज़ A 170 year old ship was found near Sweden the most expensive champagne was found in the wreck

स्वीडन के पास मिला 170 साल पुराना जहाज, मलबे में मिली सबसे महंगी शैंपेन, शाही परिवारों की मानी जाती थी खास

स्वीडन के पास बाल्टिक सागर में करीब दो सदी पहले डूबे जहाज का मलबा मिला है। इसमें कई चीजे इतनी सही सलामत है कि गोताखोर भी हैरान है। इस जहाज पर चीनी मिट्टी के बर्तन, शैंपेन और पानी की बोतलें मिली।

स्वीडन के पास मिला 170 साल पुराना जहाज, मलबे में मिली सबसे महंगी शैंपेन, शाही परिवारों की मानी जाती थी खास
Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तान, स्वीडनSat, 27 July 2024 07:09 AM
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स्वीडन के पास समंदर में एक 170 साल पहले डूबे जहाज का मलवा बरामद हुआ है। जहाज का यह मलबा स्वीडन के ओलेंड के 37 किमी दक्षिण में मौजूद था। मलबे को ढूढने वाले पोलैंड के डाइवर स्टैचुरा ने बताया कि वे पिछले 40 सालों से बाल्टिक समुद्र में जहाजों के मलबे की तस्वीरें लेते रहे हैं। इस जहाज पर हमें करीब 100 से ज्यादा शैंपेन की बोतलें मिली हैं। ऐसा बहुत कम होता है कि इतने साल पहले डूबे जहाज पर कोई चीज इतनी अच्छी हालत में मिल जाए।

जर्मनी की उस समय की सबसे महंगी शैंपेन

सीएनएन के मुताबिक यह जहाज एक शैम्पेन की बोतलों और मिनरल वॉटर और पोर्सीलेन से भरा हुआ था। डाइवर की कंपनी की तरफ से दिए गए बयान के अनुसार इस जहाज की हालत बहुत ठीक है। शैम्पेन क्ले से बनी बोतलों में थी जिस पर सेल्टर्स ब्रांड का स्टिकर लगा हुआ था। यह 19 सदीं में जर्मनी की सबसे बेहतरीन शैम्पेन ब्रांड्स में से एक थी। यह शैम्पेन शाही परिवारों के बीच में बहुत ही फेमस थी। मनोरंजन के अलावा इस शैम्पेन का उपयोग दवाइयों के रूप में भी किया जाता था।
 जर्मनी के शहर सेल्टर्स के नाम पर रखे गए ब्रांड के नाम की शराब की बोतलें उस समय शाही परिवारों में बहुत ज्यादा प्रचलित थीं। इनकी कीमत इतनी होती थी एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते वक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती थी। 

आकार और मुहर के आधार पर लगाया पता, कंपनी अभी भी मौजूद

गोताखोरों ने बताया कि मुहर और आकार के आधार पर हम जान पाए की यह शिपमेंट 1850 से 1867 के बीच तैयार किया गया होगा। दिलचस्प बात यह है कि जिस मिट्टी के बर्तनों की फैक्ट्री में पानी को बोतलबंध किया गया गया था वह आज भी मौजूद है। हमनें सही जानकारी और समय का पता लगाने के लिए उनसे संपर्क किया है। इस बोतलबंद पानी के बारे में भी कहा जाता है कि यह बहुत ही उपयोगी पानी है जिसे एक खनिज युक्त झरने से लाया जाता था।

स्वीडिश गोताखोरों की टीम ने कहा कि यह जहाज पिछले 170 सालों से वहां पर पड़ा हुआ इसे निकालने में करीब 1 साल लग जाएगा। बाल्टिक सागर में ऐसे लाखों जहाज पड़े हुए हैं। हम इस पर रिसर्च करना चाहते हैं  इसके लिए हमारी मदद प्रोफेसर जोहान रॉनबी के साथ सहयोग कर रही है। जब हम अपनी रिसर्च को पूरा कर लेंगे तो फिर उसके बाद इसको वहां से निकालने के बारे में सोचेंगे।
 

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