यासीन शान मोहम्मद । जिन्होने अपने बचपन से ही गरीबी और रोटी के लिए जिद्द-ओ-जहद देखी । कभी डिलिवरी ब्वॉय का काम किया तो कभी दिहाड़ी मजदूरी की लेकिन हार नहीं मानी । छोटे-छोटे काम करते करने के साथ उन्होने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी और केरल ज्यूडिशियल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी करते रहे…