कई फार्मा कंपनियों की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल आखिरी फेज़ में है. भारत में भी पीएम मोदी और मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद ये साफ हो गया है कि सरकार वैक्सीन वितरण को लेकर रणनीति बनाने में जुटी है, लेकिन इस बीच राजस्थान, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में 'एक्टिव केसों' का बढ़ना क्यों एक बड़ी चुनौती है? क्यों कुछ राज्यों को एक्टिव केसों को लेकर खास तौर से ध्यान देना होगा. विक्रम चंद्रा के समझिए कि कोरोना को लेकर अब ज्यादा सावधान होने की ज़रुरत क्यों है...
कोरोना का आंकड़ा 85.5 लाख पार, 24 घंटे में सामने आए 45,903 नए मामले