मेलघाट के खडियाल गांव के लोग एक बाल्टी पानी के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सिर्फ दो कुएं हैं जो लगभग सूख चुके हैं. 1500 की आबादी वाला गांव हर दिन पानी के लिए 2-3 टैंकरों पर ही निर्भर है. एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि सूखे कुओं में पानी डालने वाले दो टैंकरों के माध्यम से गांव में पानी की आपूर्ति की जाती है. कुओं से पानी निकालने के लिए लोग अपनी जान जोखिम में डालते हैं. गंदा पानी पीने से बीमारियां बढ़ रही हैं. अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने के लिए कोई रास्ता भी नहीं...
पालघर में 25 फीट गहरी खाई में गिरी यात्रियों से भरी बस