भरोसे की कोई उम्र नहीं होती। हमेशा बना रह सकता है और पल में टूट भी सकता है। अशोक गहलोत और गांधी परिवार के बीच भरोसे का जो रिश्ता था वह भी कुछ पल की गलतियों में ही टूटता दिखा है। अशोक गहलोत पर गांधी परिवार का भरोसा इस कदर कमजोर हुआ है कि जो रविवार को शाम तक अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे थे वह अब उससे आउट हो गए हैं। यही नहीं अब तो सीएम पद को लेकर भी संशय की स्थिति पैदा हो गई है।
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