गुलाबी ड्रेस में छोटी इकरा अपने पापा अपने अब्बू के साथ बेहद खुश और सुकून से नजर आ रही हैं..वैसे भी बेटियां पापा की दुलारी होती हैं....सांसद इकरा हसन ने खुद इस तस्वीर और इसके साथ सोशल मीडिया पर एक पत्रकार के जरिए लिखी दास्तां को शायद भरे मन और डबडबाती आंखों से रिट्विविट किया होगा क्यों कि जो उन्होने लिखा है उसमें उनके जज्बातों का अक्स जरुर है....एक्स पर सांसद इकरा हसन लिखती हैं.. अल्लाह तह़ाला मरहूम वालिद साहब मुनव्वर हसन जी की मग़फिरत फरमाए - आमीन आप हमेशा सब के दिलों में रहेंगे..जर्नलिस्ट के लिए उन्होंने कहा आपके इस लेख के लिए मेरे पास शब्द नहीं...
कन्नौज मामले में बड़ी साजिश की आशंका