जयपुर। पेल्विक बोन (कूल्हे की हड्ड़ी) में मौजूद कैंसर की गांठ को निकालकर कृत्रिम जोड़ बनाने की जटिल सर्जरी में भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के चिकित्सकों ने सफलता हासिल की है। 11 घंटे चली इस सर्जरी में मेश आर्थ्रोप्लास्टी तकनीक के जरिए रोगी के पांव के ज्वाइंट को दोबारा बनाया गया, जिससे दो माह में रोगी सामान्य व्यक्ति की तरह अपने पांव पर वजन डालने के साथ ही सभी कार्य कर सकेगा। इस तकनीक के जरिए उतर प्रदेश के रहने वाले 20 वर्षिय छात्र को पूर्ण रूप से कैंसर मुक्त करना संभव हो पाया है। यह सर्जरी बीएमसीएचआरसी के ऑर्थो आन्कोलॉजिस्ट डॉ प्रवीण गुप्ता, कैंसर सर्जन डॉ अरविन्द ठाकुरिया और एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ मनीषा हेमराजानी की टीम की ओर से की गई। कैंसर सर्जन डॉ अरविन्द ठाकुरिया ने बताया कि पेल्विक बोन के चारों तरफ शरीर के कई महत्वपूर्ण अंग जुडे होते हैं। ऐसे में इन अंगों को सुरक्षित रखते हुए पेल्विक बोन की सर्जरी के जरिए उसे कैंसर मुक्त करना चुनौतीपूर्ण है।
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