भारत में हर साल 2 लाख लोग इस रोग की चपेट में आते हैं। शुरुआती अवस्था में बीमारी को पकड़ पाना मुश्किल होता है, क्योंकि दोनों किडनी 60 प्रतिशत खराब होने के बाद ही मरीज को इसका पता चल पाता है। देश में औसतन 14 प्रतिशत महिलाएं और 12 प्रतिशत पुरुष किडनी की समस्या से पीड़ित हैं। महिलाओं की तमाम उपलब्धियों और उनके सामाजिक, आर्थिक सशक्तिकरण के बारे में बात करने वालों के लिए यह तथ्य परेशान करने वाला हो सकता है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को किडनी की बीमारी ज्यादा होती है। हर वर्ष तकरीबन छह लाख महिलाएं इसकी चपेट में आकर अपनी जान गंवा देती हैं। आधुनिक जीवनशैली से खान-पान और दिनचर्या में हुए बदलाव के कारण दुनियाभर में किडनी की बीमारी से प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही...
Poonam Pandey Death News: क्या होता है Cervical Cancer?