पिछले 11 महीनों से मिडिल ईस्ट में चल रही जंग थमने का नाम नहीं ले रही है । इस्राइल का मानना है कि उनके लिए ये युद्ध अस्तित्व की लड़ाई के समान है क्योंकि अगर वे पीछे हटे तो चारो ओर से दुश्मनों से घिरा इस्राइल पर फिर से वो संकट मंडरा जाएगा जिसके वे कभी भुग्तभोगी रहे हैं । यानी 1948 में देश बनने से पहले वाला संकट जब यहूदियों के पास अपना कोई आधिकारिक मुल्क तक नहीं था ।
Instagram पर दोस्ती फिर दोस्तों संग गैंगरेप, Lucknow की Crime Katha