इस्माइल हानिया की मौत के बाद ईरान ने इजरायल को सबक सिखाने की कसम खाई है..लेकिन सबके ज़हन में एक सवाल बार बार घर कर रहा है कि आखिर ईरान इजरायल पर हमला क्यों नहीं कर रहा...क्या ईरान की कसम उनकी धमकी सब दुनिया के लिए दिखावा है..जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं कहीं ईरान का जज्बा कमजोर तो नहीं पड़ रहा..अगर कोई ये सोच रहा है तो वो गलत भी हो सकता है..दरअसल ईरान इस बार इजरायल को वो जख्म देना चाहता है जिसे वो बरसों याद रखे..इसके लिए बड़ी प्लानिंग और सिस्टेमेटिक तरीके से काम हो रहा है... पिछली बार अप्रैल में जब ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और रॉकेट दागे थे...तब इजराइल के आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम ने 90 पर्सेंट मिसाइलों को गिरने से पहले ही तबाह कर दिया था...उस वक्त इजरायल ने कहा था कि उसे रत्ती भर भी नुकसान नहीं हुआ..लेकिन इस बार ईरान पिछली गलती को दोहराना नहीं चाहता..इस्लामिक रिपब्लिक वक्त जरुर ले रहा है..लेकिन तैयारी वो है कि इजरायल और अमेरिका की जुर्रतों पर मजबूत लगाम कसी जाए...मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हाल ही में यमन के हूती विद्रोही गुट के लीडर अब्दुल मलिक अल-हूती का बड़ा बयान सामने आया है...
कैसे पुलिस के हत्थे चढ़ा कई महिलाओं की हत्या करने वाला