मुसलमानों के अकीदे के मुताबिक एक ऐसी सरजमी जहां से उस मुबारक रात पैंगबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद ने धरती से अर्श या आसमानों के भी पार का रुहानी सफर तय किया था...वो जमीन है येरुशलम या अलकुद्स और वो खास मकाम है जहां आज मस्जिद ए अक्सा कायम है…