Hindi Newsवीडियो मनोरंजन नेपोटिज्म के साथ-साथ इंडस्ट्री में Favouritism भी होता है

नेपोटिज्म के साथ-साथ इंडस्ट्री में Favouritism भी होता है

Vinit TiwariDelhiSat, 04 Jul 2020 11:03 AM

एक आउटसाइडर के तौर पर आईं सोनल ये भी कहती हैं कि मैं इतनी छोटी थी कि मुझे ये भी पता नहीं चलता था कि कोई अगर मुझसे डबल मीनिंग बात कर रहा है तो उसका मतलब क्या है। या फिर अगर कोई मुझसे बुरी तरह से बात कर रहा है तो मैं कैसे उसे जवाब दूं इसलिए आज जब उस मासूम लड़की के बारे में सोचती हूं जो मैं उस समय थी तो खुद को गले लगाने का मन करता है। इसी के साथ ही इंडस्ट्री में पनपे नेपोटिज्म के बारे में वह कहती हैं कि मुझे नेपोटिज्म से कोई परेशानी नहीं है लेकिन तब बुरा लगता है कि जब फेवरेटिज्म के चक्कर में आपका काम उस इंसान को दे दिया जाता है जो उस लायक भी...