शीशमबाड़ा प्लांट के खिलाफ छठे दिन अनशनकारी के स्वास्थ्य में भारी गिरावट
शीशमबाड़ा प्लांट के खिलाफ छठे दिन भी भूख हडताल जारी रही। भूख हडताल पर बैठे सतपाल धानियां के स्वास्थ्य में भारी गिरावट आयी है।धानियां का वजन पहले की अपेक्षा तीन किलो से अधिक कम हो गया...
प्रशासन किसी भी समय उठा सकता है अनशनकारी कोसेलाकुई। हमारे संवाददाताशीशमबाड़ा प्लांट के खिलाफ छठे दिन भी भूख हड़ताल जारी रही। भूख हड़ताल पर बैठे सतपाल धानियां के स्वास्थ्य में भारी गिरावट आयी है। धानियां का वजन पहले की अपेक्षा तीन किलो से अधिक कम हो गया है। उधर, ग्रामीणों ने धानियां के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। दूसरी तरफ धानियां के स्वास्थ्य में आ रही गिरावट के चलते प्रशासन धानियां को उठाने की तैयारियों में है। देर रात तक किसी भी समय प्रशासन धानियां को अनशन स्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती करा सकता है।मेयर से लेकर देहरादून मेयर सहित तमाम मंत्रियों व नेताओं के दावों व घोषणाओं के बावजूद शीशमबाड़ा प्लांट से दुर्गंध निकलना बंद नहीं हुआ है। प्लांट से निकल रही दुर्गंध व खतरानाक जहरीली हवाओं के चलते क्षेत्र के लोगों में लगातार आक्रोश है। जिससे गुस्साए ग्रामीणों की ओर से पिछले पांच दिनों से सतपाल धानियां भूख हड़ताल पर हैं। धानियां के समर्थन में लगातार ग्रामीण जुट रहे हैं। भूख हड़ताल के छठे दिन मेहरूना परवीन, विकास रावत, नीमा जोशी व सचिन क्रमिक अनशन पर रहे।विभिन्न संगठनों के नेताओं ने दिया समर्थन उत्तराखंड संवैधानिक मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर ने अपने समर्थकों के साथ शीशमबाड़ा धरना स्थल पर पहुंचकर मंच की ओर से अपना समर्थन दिया। कुंवर ने आंदोलनकारियों की मांग का समर्थन करते हुए प्लांट को हटाने व प्लांट की जगह अंबेडकर पार्क बनाने की मांग का भी समर्थन किया। कांग्रेस के नेता आर्येंद्र शर्मा ने भी आंदोलन स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। ग्रामीणों की मांग को उचित ठहराते हुए शर्मा ने शीघ्र प्लांट को हटाने की मांग की। उधर, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नवीन ठाकुर ने आंदोलन को अपना समर्थन दिया।अनशनकारी को किसी भी समय उठा सकता है प्रशासनभूख हड़ताल पर बैठे सतपाल धानियां के स्वास्थ्य में आ रही गिरावट के चलते तहसील प्रशासन ने उन्हें अनशन स्थल से उठाने की पूरी तैयारी कर दी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में व्यस्त तहसील प्रशासन अब तक खामोश रहा। लेकिन शनिवार को तहसील प्रशासन ने धानियां को उठाने के लिए दिनभर तैयारी में जुटा रहा। देर रात तक तहसील प्रशासन किसी भी समय धानियां को अनशन स्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती करा सकता है। एसडीएम कौस्तुभ मिश्र ने बताया कि लगातार धानियां से भूख हड़ताल समाप्त करने के लिए वार्ता की गयी। लेकिन वे नहीं माने। कहा कि प्रशासन लगातार कार्रवाई करने की तैयारी में जुटा है।