ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड विकासनगरछात्रों को बताई ओडिशी लोकनृत्य की बारीकियां

छात्रों को बताई ओडिशी लोकनृत्य की बारीकियां

भारतीय संस्कृति व लोक नृत्य के प्रचार प्रसार में जुटी स्पिक मैके संस्था की ओर से समरफील्ड स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं को ओडिशी लोक नृत्य गोतीपुआ की जानकारी दी...

छात्रों को बताई ओडिशी लोकनृत्य की बारीकियां
हिन्दुस्तान टीम,विकासनगरThu, 26 Sep 2019 05:44 PM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय संस्कृति और लोक नृत्य के प्रचार-प्रसार में जुटी स्पिक मैके संस्था की ओर से समरफील्ड स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं को ओडिशी लोक नृत्य गोतीपुआ की जानकारी दी गई। गुरुवार सुबह विद्यालय में आयोजित लोक नृत्य कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रधानाचार्य सोनाली वर्मा और संस्था सदस्य गुरु विजय कुमार साहू ने किया। सोनाली वर्मा ने स्पिक मैके संस्था के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए छात्र-छात्राओं से लोक संस्कृति को बचाने की अपील की। इसके बाद गुरु विजय कुमार साहू ने छात्र-छात्राओं को ओडिशा के लोकनृत्य गोतीपुआ की जानकारी दी। उन्होंने लोकनृत्य का मंचन करते हुए छात्र-छात्राओं को नृत्य की बारीकियों से भी रू-ब-रू कराया। छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बताया कि गोतिपुआ भगवान जगन्नाथ की प्रशंसा में किये जाने वाले ओडिसी लोकनृत्य की एक पांरपरिक नृत्य शैली है। शाब्दिक रूप में गोतिपुआ का उड़िया में अर्थ होता है- एक लड़का। लेकिन, यह नृत्य समूहों में किया जाता है। साथ ही, इसकी प्रमुखता यह है कि यह नृत्य आठ से 11 वर्ष के बालक प्रस्तुत करते हैं, ओर वो भी महिलाओं की वेषभूषा में। इस दौरान उन्होंने लोक नृत्य के सम्बंध में पूछे गये छात्र-छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को भी शांत किया। इस मौके पर निदेशक कर्नल वीके दुग्गल, मीरा दुग्गल, अजय वर्मा, मनोज कुमार, मोहन, उमेश सोनी, ऊषा रावत, विजय, दीप्ति, सुजाता, अल्पना, विनीता, प्रियंका, प्रणव आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें