भागवद कथा श्रवण से होता है जीवन धन्य
डाकपत्थर स्थित मनोरंजन क्लब द्वितीय में चल रहे भागवद कथा ज्ञान यज्ञ के तहत मंगलवार को कथा व्यास ने श्रोताओं को धर्म के मार्ग पर चलने को प्रेरित...
विकासनगर। संवाददाता
डाकपत्थर स्थित मनोरंजन क्लब द्वितीय में चल रहे भागवद् कथा ज्ञान यज्ञ के तहत मंगलवार को कथा व्यास ने श्रोताओं को धर्म के मार्ग पर चलने को प्रेरित किया।
कथा व्यास रामचंद्राचार्य ने कहा कि मानव योनि में एक बार भी भागवद कथा का श्रवण कर लिया जाय तो जीवन धन्य हो जाता है। कहा कि सज्जन पुरुष भूल से गलती होने पर उसका पश्चाताप करते हैं। जबकि जानबूझकर की गई गलती का कोई सुधार नहीं होता है। बताया कि परिवार में कन्या का जन्म होने पर उत्सव मनाना चाहिए। कन्या के जन्म से मन में भक्ति की भावना पैदा होती है। भक्ति की मुक्ति का साधन है। भक्ति की राह पर चलने से ही परमात्मा की प्राप्ति होती है। बताया कि धर्म के मार्ग पर चलने वाले को कष्ट झेलने पड़ते हैं, लेकिन अंत में उच्च पद मिलता है। ध्रुव का उदाहरण देते हुए कथा वाचक ने बताया कि अपनी तपस्या के बल पर छोटे बालक ने उच्च पद को प्राप्त किया। धरती पर निर्दोष प्राणियों की रक्षा करने वाला ही स्वर्ग को प्राप्त करता है। लिहाजा मानव को सत्कर्म करते हुए धर्म के मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। इस दौरान सुबोध गोयल, गजेंद्र बिजल्वाण, मधुसूदन कौशिक, सत्येंद्र तिवारी, रुचि द्विवेदी, मुरली बलोदी, निरंकार शर्मा, अर्जुन मित्तल, सुमित्रा देवी आदि मौजूद रहे।