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देहरादून में रहने दिया जाए उत्तराखंड संस्कृत निदेशालय

उत्तराखंड संस्कृत निदेशालय और संस्कृत शिक्षा परिषद के हरिद्वार शिफ्ट किए जाने को लेकर संस्कृत छात्र सेवा समिति ने नाराजगी जताई है। समिति सदस्यों ने...

देहरादून में रहने दिया जाए उत्तराखंड संस्कृत निदेशालय
हिन्दुस्तान टीम,रिषिकेषTue, 24 May 2022 06:20 PM
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ऋषिकेश, संवाददाता।

उत्तराखंड संस्कृत निदेशालय और संस्कृत शिक्षा परिषद के हरिद्वार शिफ्ट किए जाने को लेकर संस्कृत छात्र सेवा समिति ने नाराजगी जताई है। समिति सदस्यों ने हरिद्वार सांसद से उत्तराखंड संस्कृत निदेशालय को देहरादून में ही रहने देने की गुहार लगाई।

मंगलवार को संस्कृत छात्र सेवा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने देहरादून में सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। समिति सदस्यों ने कहा कि उत्तराखंड संस्कृत निदेशालय के गठन के समय यह तय हुआ था कि संस्कृत निदेशालय व संस्कृत शिक्षा परिषद देहरादून में ही रहेगा। इसके लिए भूमि भी आवंटित हुई थी। लेकिन अब इन निदेशालयों को हरिद्वार में भेजे जाने की योजना बनाई जा रही है। माध्यमिक शिक्षा और संस्कृत निदेशालयों में एक ही निदेशक और सचिव तैनात हैं। वे संयुक्त पदों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में संस्कृत निदेशालय को देहरादून भेजे जाने से कई तरह की समस्याएं पैदा होंगी। कहा कि पूर्व में संस्कृत को उत्तराखंड की द्वितीय राज्यभाषा का दर्जा देने का आदेश दिया गया था, जो सिर्फ कागजों में ही रह गई है। उन्होंने संस्कृत निदेशालय व संस्कृत शिक्षा परिषद को देहरादून में रहने देने व संस्कृत को उत्तराखंड की द्वितीय राज्यभाषा बनाने की मांग की। मौके पर मनोज शर्मा, पुरुषोत्तम कोठारी, सूरज बिजल्वाण, अभिषेक शर्मा, सर्वेश तिवारी, शिवम अवस्थी, विशाल डंगवाल आदि उपस्थित रहे।

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