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काश्तकारों को दी ई-नाम पोर्टल की जानकारी

कृषि उत्पादन मंडी समिति के परिसर में मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में काश्तकारों को ऑन लाइन मार्केटिंग की जानकारी मुहैया कराते हुए बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक...

काश्तकारों को दी ई-नाम पोर्टल की जानकारी
हिन्दुस्तान टीम,विकासनगरTue, 21 Jan 2020 05:51 PM
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कृषि उत्पादन मंडी समिति में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजनविकासनगर। हमारे संवाददाताकृषि उत्पादन मंडी समिति के परिसर में मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में काश्तकारों को ऑन लाइन मार्केटिंग की जानकारी मुहैया कराते हुए बताया कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक पैन-इंडिया इलेक्ट्रॉनिक व्यापार पोर्टल है। जो कृषि से संबंधित उपजों के लिए एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करता है।ई-नाम परियोजना के राज्य समन्वयक आयुष अग्निहोत्री ने बताया कि अभी तक देश के करीब पौने दो करोड़ किसान इस पोर्टल से जुड़ चुके हैं। ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है। जो पूरे भारत में मौजूद एग्री प्रोडक्ट मार्केटिंग कमेटी को एक नेटवर्क में जोड़ने का काम करता है। इसका मकसद कृषि उपजों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक बाजार उपलब्ध करवाना है। बताया कि नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट के जरिए कृषि उत्‍पादों का अधिक दाम मिलेगा तो 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी भी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए देश भर की कृषि मंडियों को इंटरनेट से जोड़ा जा रहा है, जिससे कि पूरा देश एक मंडी क्षेत्र बन सके। इससे पछुवादून का कोई किसान दूसरे राज्य की मंडी में बेचना चाहता है तो कृषि उपज की मार्केटिंग करना आसान हो गया है। इससे किसान और खरीददार के बीच बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो जाएगी, जिसका लाभ किसानों और ग्राहकों को मिलेगा। इस दौरान उत्तराखंड मंडी परिषद के सांख्यिकी संगणक विक्रम सिंह पुंडीर, कृषि उत्पादन मंडी परिषद के सचिव पीआर कलाकोटी, काश्तकार मोहन सिंह तोमर, भीम सिंह, ईश्वर सिंह चौहान, सोनपाल, मनेाज कुमार, पंकज गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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