उच्च शिक्षा निरंतर सुधारों की ओर अग्रसर:धनसिंह
अखिल भारतीय राष्ट्रीय क्षैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक संपन्न हो गयी है। समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि राज्य में उच्च...
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में बोले उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह महासंघ जो भी निर्णय लेगा उस पर सरकार प्रभावी रूप से कार्रवाई करेगीसेलाकुई। हमारे संवाददाताअखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा निरंतर सुधारों की ओर है। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने कार्यकारिणी की बैठक में आश्वस्त किया कि महासंघ जो भी निर्णय लेगा उस पर सरकार प्रभावी रूप से कार्रवाई करेगी। सरकार शिक्षकों के हितों के लिए लगातार प्रयासरत है। शिक्षक वर्ग के लोग शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए कार्य कर सरकार को अपना सहयोग दें। द इंडियन पब्लिक स्कूल राजावाला में आयोजित दो दिवसीय बैठक के समापन के अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक संघ उच्च शिक्षा संवर्ग के राष्ट्रीय प्रभारी महेंद्र सिंह ने कहा कि अपने बजाय अपनो के लिए कार्य करने की मनोवृति संगठन की होनी चाहिए। भारत की राष्ट्रीयता सांस्कृतिक है कोई जमीन का टुकड़ा नहीं। राष्ट्र की अनुभूति समान दुख सुख के अनुभव में है। संगठन के लिए वैचारिक प्रतिबद्धता और वैचारिक स्पष्टता आवश्यक है। राष्ट्र के विकास की अवधारणा हृदय से आत्मसात करने पर होती है। संगठन भावनाओं से नहीं बल्कि निरंतर संघर्ष से बनता है। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में डॉ. धन सिंह रावत, ओमपाल सिंह, महेंद्र कपूर, महेंद्र कुमार, भास्कर नैथानी, जेपी सिंघल और एके सिंह ने स्कूल परिसर में रुद्राक्ष का पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया। बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री ओमपाल सिंह, डॉ. विजय पांडेय, डॉ. प्रशांत सिंह, डॉ. दीपक भट्ट, डॉ. एआर सेमवाल, डॉ. शेखर चंद्रात्रे, प्रो. शैलेश मिश्रा, पवित्र रथ, मोहन कन्नं, आलोक चट्टोपाध्याय, मोहन पुरोहित, विजय सिंह, कल्पना पांडेय, प्रियंवदा सक्सेना, डॉ. निर्मला यादव, डॉ. रश्मि रावत, दिग्विजय सिंह, कृष्ण सरकार, डॉ. हरीश चंद्र पुरोहित,डॉ. पारुल दीक्षित, एके सिंह, सहित राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 23 राज्यों के 147 प्रतिनिधि उपस्थित रहे।