उत्तराखण्ड : समय से पहले विदेशी परिंदों की दस्तक, हर किसी को खींच रहे अपनी ओर
आसन बैराज में इस बार समय से पहले दस्तक दे चुके विदेशी परिंदे इन दिनों पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हैं। अब तक 12 सौ से अधिक 14 प्रजातियों के विदेशी परिंदे आसन बैराज में...
आसन बैराज में इस बार समय से पहले दस्तक दे चुके विदेशी परिंदे इन दिनों पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हैं। अब तक 12 सौ से अधिक 14 प्रजातियों के विदेशी परिंदे आसन बैराज में डेरा डाल चुके हैं। कभी आसमान में करलव ध्वनी के साथ उड़ान भरते तो कभी आसन बैराज की झील में डुबकी लगाते ये विदेशी परिंदे पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
आसन बैराज की झील में इस बार अक्टूबर माह के शुरू में ही साइबेरिया, आस्टेलिया, लद्दाख, रूस सहित, अफगानिस्तान सहित विभिन्न देशों के चौदह प्रजातियों के विदेशी परिंदों ने आना शुरु किया। अब तक आसन बैराज की झील में करीब बारह सौ से अधिक चौदह प्रजातियों के पक्षियों ने डेरा डाला है। जिनमें सर्वाधिक सुर्खाव, कॉमन पोचार्ड, कॉमनकूट, गैडवाल, नार्दन साऊलर, मलार्ड, टपटेड पोचार्ड, रेडक्रस्टेड पोचार्ड, ग्रेहेरान, पर्पल हेरान, लिडल ग्रिड, ग्रेट ई ग्रेड, ग्रेट कारमोरेट, इंडियन हार्नबिल आदि पक्षी आसन बैराज में इन दिनों चहल कदमी कर रहे हैं। आसन बैराज की झील के ऊपर उड़ान भरकर करलव करते ये पक्षी पर्यटकों व पक्षी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हैं।
कभी आसन बैराज की झील में उड़ान भरने के बाद झील में तैरना, कभी डुबकी लगाना तो कभी जोड़ों के साथ झील में घूमते ये रंग बिरंगे पक्षी आसन बैराज की शोभा बने हैं। पक्षी विशेषज्ञ व बीट अधिकारी प्रदीप सक्सेना ने बताया कि इस बार समय से पहले पक्षियों की आमद बढी है। कहा कि जिस तरह से पक्षियों की संख्या बढ रही है उससे उम्मीद है कि इस बार गत वर्ष की अपेक्षा अधिक पक्षी आयेंगे। बताया कि आसन में करीब 45 से अधिक विदेशी प्रजाति की पक्षी हर वर्ष आते हैं। गत वर्ष अपेक्षा से कम पक्षी आये थे। लेकिन इस बार पक्षियों की संख्या लगातार बढती जा रही है। जिससे अधिक पक्षियों के आने की उम्मीद है।