डांगूठा ऐठान मोटर मार्ग के डामरीकरण की मांग
तहसील अंर्तगत दुर्गम गांव डांगूठा व ऐठान के ग्रामीण लंबे समय से मार्ग के डामरीकरण की बांट देख रहे हैं। ग्रामीणों ने लोनिवि के ईई को पत्र प्रेषित कर उनका ध्यान मार्ग के डामरीकरण की ओर खींचा...
तहसील अंर्तगत दुर्गम गांव डांगूठा व ऐठान के ग्रामीण लंबे समय से मार्ग के डामरीकरण का इंतजार कर रहे हैं। ग्रामीणों ने लोनिवि के ईई को पत्र प्रेषित कर उनका ध्यान मार्ग के डामरीकरण की ओर खींचा है। शुक्रवार सुबह ग्रामीणों ने ईई के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। इसमें ग्रामीणों ने बताया कि 10 किमी लंबे डांगूठा ऐठान मोटर मार्ग के छह किमी हिस्से का करीब 11 वर्ष पूर्व डामरीकरण हुआ था, ओर बाकि बचे चार किमी हिस्से को बजट के अभाव में अधर में छोड़ दिया गया था। जिसके बाद से आज तक ग्रामीण मार्ग के डामरीण की बाट देख रहे हैं। बताया कि 11 वर्षों में उक्त छह किमी मार्ग भी बद से बदतर हो चुका है। बाकि बचे चार किमी हिस्से के डामरीकरण सहित विभाग ने उक्त मार्ग की मरम्मत के प्रति भी कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जिससे ग्रामीण बदहाल मार्ग पर जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। बताया कि इस सम्बंध में पहले भी कई बार विभागीय अधिकारियों से मांग की जा चुकी है। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि, जल्द विभाग ने मार्ग के डामरीकरण की कार्रवाई नहीं की, तो ग्रामीण विभाग के खिलाफ आंदोलन को विवश होंगे। ज्ञापन भेजने वालों में जगत सिंह, मदन सिंह, सूरत सिंह, महावीर सिंह, हुकम सिंह, रतन सिंह, महावीर सिंह, रमेश कुमार, श्याम लाल, भारती, प्रदीप, सतपाल, सरदार सिंह, महिपाल, संतोषी आदि ग्रामीण शामिल रहे। उधर, संपर्क करने पर सहायक अभियंता लोनिवि डीएस नेगी ने बताया कि अवशेष सड़क के डामरीकरण का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही कार्य प्रारम्भ कराया जाएगा।