ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड उत्तरकाशीपैदल रूट से सुचारू की यमुनोत्री की यात्रा

पैदल रूट से सुचारू की यमुनोत्री की यात्रा

जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने यमुनोत्री मार्ग पर ओजरी के पास पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन की जांच के लिए के लिए तकनीकि विशेषज्ञों तथा भू-वैज्ञानिकों की टीम को मौके पर भेजने के लिये शासन...

पैदल रूट से सुचारू की यमुनोत्री की यात्रा
हिन्दुस्तान टीम,उत्तरकाशीThu, 14 Sep 2017 04:01 PM
ऐप पर पढ़ें

जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने यमुनोत्री मार्ग पर ओजरी के पास पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन की जांच के लिए के लिए तकनीकि विशेषज्ञों तथा भू-वैज्ञानिकों की टीम को मौके पर भेजने के लिये शासन को पत्र लिखा गया है। दोनों टीमों की जांच के बाद इसको रोकने के लिए कार्य किया जायेगा। कहा कि दो दिन से प्रभावित यमुनोत्री धाम की यात्रा को वैकल्पिक पैदल रूट से सुचारू कर दी गई है। जिससे अब यात्रियों को पांच किमी की जगह साढ़े सात किमी. की पैदल दूरी तय कर यमुनोत्री धाम की यात्रा करनी पड़ रही है। गुरूवार को जिला सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि ओजरी भूस्खलन स्यानाचट्टी से जानकी चट्टी के लिये वाहनों के रेट निर्धारित किये गये है। घोड़े, खच्चर कड़ी, डंडी के रेट भी निर्धारित किये गये हैं। यात्रियों तथा स्थानीय लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये मोबाइल बैकिंग सुविधा की व्यवस्था जा रही है। भोजन व ठहरने के रेट भी निर्धारित किए गए हैं। यात्रियों से अधिक रेट वसूलने की शिकायत मिलने पर संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लायी जायेगी। फिलहाल आरटीओ इस पर कड़ी नजर रखे हुये है। उन्होंने कहा कि ओजरी में भूस्खलन रूकते ही मार्ग को चार से पांच घंटे के भीतर यातायात के लिये खोल दिया जायेगा। मार्ग खोलने के लिये मौके पर दो जेसीबी मशीन, एक पोक लैंड व एक ड्रील मशीन के साथ ही एडीएम, एसडीएम, एनएच के दो अधिकारी, एसडीआरएफ व पुलिस के जवान मौके पर तैनात किये गये हैं। यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिये पैदल ट्रेक के कई स्थानों पर पुलिस के जवान तैनात होने के साथ ही चिकित्सकों की टीम भी तैनात की गई है। क्षेत्र के गांवों में 20 दिनों के भीतर प्रसव होने की संभावनाओं को देखते हुये 13 महिलाओं को चिन्हित कर पहले ही बड़कोट अस्पताल में पंहुचाने की व्यवस्था की जा रही है। बीमार व्यक्तियों को भी समय से अस्पताल में पंहुचाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन से ओजरी गांव के ग्रामीणों की खेती को हो रहे नुकसान का आकंलन के लिये राजस्व निरीक्षक को आंकलन कर मुआवजा बनाने के निर्देश दिये गये हैं। ओजरी के पास मार्ग को खोलने तथा यात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिये प्रशासन की ओर से कई टीमें तैयार कर स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। खाद्यान्न आदि की भी क्षेत्र में कोई कमी नहीं है। इस मौके पर एसपी सुखवींदर सिंह आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पेटवाल,जिला सूचना अधिकारी बद्री चंद आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें