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मोरी के लोगों ने की जेल भेजे गए मजदूरों के रिहाई की मांग

मोरी ब्लाक के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ ग्रामीणों में यमुनोत्री धाम में जिला पंचायत व कुली ऐजेंसी की अव्यवस्थाओं और पुलिस के द्वारा यमुनोत्री धाम में डंडी कंडी एवं घोडे खच्चर संचालन का कार्य करने...

मोरी के लोगों ने की जेल भेजे गए मजदूरों के रिहाई की मांग
हिन्दुस्तान टीम,उत्तरकाशीThu, 23 May 2019 02:06 PM
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मोरी ब्लाक के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ ग्रामीणों में यमुनोत्री धाम में जिला पंचायत व कुली एजेंसी की अव्यवस्थाओं और पुलिस के द्वारा यमुनोत्री धाम में डंडी कंडी एवं घोड़े खच्चर संचालन का कार्य करने वाले मजदूरों के साथ किए गए उत्पीड़न के खिलाफ भारी आक्रोश है। जनप्रतिनिधियों ने पुरोला एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर अवगत कराया है कि यमुनोत्री में पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ हुए विरोध-प्रदर्शन को लेकर तोड़-फोड़ के मामले में गरीब मजदूरों को साजिशन जेल भेजा गया है। उन्होंने मांग की है कि जेल भेजे गए 14 मजदूरों को शीघ्र रिहा किया जाय। यदि मजदूरों को रिहा नहीं किया गया तो जनप्रतिनिधियों ने यमुनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। यमुनोत्री धाम में पुलिस द्वारा मजदूर के साथ की गई मारपीट और जिला पंचायत की अव्यवस्थाओं को लेकर आक्रोशित डंडी-कंडी एवं घोड़े खच्चर संचालन का कार्य करने वाले मजदूरों ने बीते रविवार को जानकी चट‌्टी में आंदोलन किया था। इस दौरान जिला पंचायत कार्यालय में मजदूरों ने कुछ तोड़फोड़ भी की थी। जिस मामले में पुलिस ने बीते सोमवार को 14 मजदूरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। मजदूरों के साथ हुई घटना को लेकर क्षेत्र के लोगों के साथ ही मोरी, पुरोला ब्लाक के लोग भी सामने आ रहे हैं और मजदूरों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। मोरी प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा है कि जिला पंचायत की अव्यवस्थाओं और पुलिस उत्पीड़न का विरोध कर रहे यमुनोत्री धाम के 14 डंडी कंडी, घोड़ा-खच्चर संचालकों को बिना किसी कारण के जेल भेज दिया है। जिसका सभी जनप्रतिनिधि घोर निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम क्षेत्र में जिला पंचायत और पुलिस द्वारा मजदूरों से अवैध वसूली की जा रही है। जिसका उनके द्वारा विरोध करना भारी पड़ा,उन्होंने कहा कि यमुनोत्री मार्ग में जिला पंचायत की भारी अव्यवस्था है जिसको लेकर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत द्वारा इंश्योरेंस के नाम पर भी अवैध वसूली की जा रही है, जबकि मजदूरों और घोड़े खच्चरों का कोई इंश्योरेंस भी नहीं किया है। जनप्रतिनिधियों ने जिला पंचायत पर आरोप लगाया कि बिना निविदा एवं बिना सार्वजनिक सूचना के ठेकेदार को कुली एजेंसी का काम दिया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अधिकांश बालक जिन्होंने अभी इंटर की परीक्षा दी है वे यमुनोत्री धाम में अपनी गरीबी के कारण डंडी कंडी ढोने गए हुए हैं और पुलिस ने जिन्हें जेल भेजा है वह भी अधिकांश बच्चे हैं। जो एक-दो महीने के लिए यात्रा मार्ग पर मजदूरी का काम करने गए हुए थे। लेकिन उन्हें क्या पता कि उन्हें वहां से जेल भेजा जाएगा। जनप्रतिनिधियों ने शीघ्र इनकी रिहाई न होने पर दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर चक्काजाम करने की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष राजपाल रावत, प्रहलाद पंवार, सुरेन्द्र सिंह देवजानी, जियाजीत सिंह, ज्ञान सिंह, जगमोहन सिंह राणा, प्रहलाद रावत, सुरपाल भारती आदि शामिल थे।

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