ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड उत्तरकाशीस्वयं सेवक संघ का अर्थ अपनी इच्छा से राष्ट्र की सेवा करना

स्वयं सेवक संघ का अर्थ अपनी इच्छा से राष्ट्र की सेवा करना

राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ उत्तरकाशी का प्राथमिक शिक्षा वर्ग राइंका मातली में शिक्षार्थियों को शारीरिक,बौद्धिक,प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में जनपद के लगभग 58 गांव से सौ से अधिक शिक्षार्थी...

स्वयं सेवक संघ का अर्थ अपनी इच्छा से राष्ट्र की सेवा करना
हिन्दुस्तान टीम,उत्तरकाशीMon, 08 Jan 2018 04:11 PM
ऐप पर पढ़ें

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उत्तरकाशी का प्राथमिक शिक्षा वर्ग राइंका मातली में शिक्षार्थियों को शारीरिक, बौद्धिक, प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में जनपद के लगभग 58 गांव से सौ से अधिक शिक्षार्थी प्रशिक्षण ले रहे हैं।राजकीय इंटर कालेज मातली में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। जिसमें कि चिन्यालीसौड़, डुंडा, भटवाड़ी गांव से स्वयं सेवक प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान जनपद आरएसएस के सह जिला कार्यवाह कमलेश्वर रतूड़ी ने स्वयं सेवकों को बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का अर्थ अपनी इच्छा से राष्ट्र की सेवा करने वालों का एक अनुशासित समूह है। वहीं देश के भीतर या बाहर हर परिस्थिति में स्वयं सेवक सेवा के लिए तैयार मिलते हैं। कहा कि संघ ने गुरु का स्थान व्यक्ति के बजाय परम पवित्र भगवा ध्वज को दिया है। यह त्याग, बलिदान, शौर्य का प्रतीक है। संघ में सामूहिक निर्णय की प्रणाली है। संघ की मान्यता है कि देश,धर्म और समाज की सेवा करने वाले सब लोग महान है। भले ही उनकी जाति, बिरादरी कुछ भी हो। जबकि स्वयं सेवक शाखा से मिले संस्कारों से ही हर समय सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। संघ विकास के लिए शिक्षा,स्वास्थ्य, रोजगार आदि के लिए काम करते हैं। व्यवस्था प्रमुख अरविन्द रावत ने बताया कि वर्ग में मातली के आसपास के गांव वालों का सहयोग मिल रहा है। इस मौके पर मुख्य शिक्षक बलबीर रावत, शारीरिक प्रमुख गीताराम पैन्यूली, वर्ग कार्यवाह चतर सिंह पंवार, जिला प्रचारक चंदन, बौद्धिक प्रमुख पंकज पुष्प रावत, भूपेंद्र, हरीश डंगवाल, जितेंद्र राणा, प्रदीप बिष्ट, ओम प्रकाश सेमवाल आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें