मांगों को लेकर सातवें दिन भी धरने पर डटे रहे ग्रामीण
मोरी ब्लाक के अंतर्गत टौंस नदी पर निर्माणाधीन सतलुज जल विद्युत परियोजना के 60 मेगावाट के हाईड्रो प्रोजेक्ट से प्रभावित ग्रामीणों का सातवें दिन भी निश्चितकालीन धरना एवं प्रदर्शन जारी रहा। बारिश के...
मोरी ब्लाक के अंतर्गत टौंस नदी पर निर्माणाधीन सतलुज जल विद्युत परियोजना के 60 मेगावाट के हाईड्रो प्रोजेक्ट से प्रभावित ग्रामीणों का सातवें दिन भी निश्चितकालीन धरना एवं प्रदर्शन जारी रहा। बारिश के बावजूद भी ग्रामीणों ने तिरपाल लगाकर धरने पर डटे रहे।
धरने पर बैठे नैटवाड़ व बैनोल गांव के ग्रामीणों ने अपना धरना स्थल अलग-अलग कर दिया। नैटवाड गांव के प्रभावितों ने अपना अनिश्चितकालीन धरना प्रोजेक्ट को जोड़ने वाले मोटर पुल के निकट किया। जबकि बैनोल गांव के प्रभावितों ने अपना अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पावर हाउस के निकट किया। प्रभावित ग्रामीणों में बैनोल के ग्रामीणों ने सतलुज जल विद्युत परियोजना के अधिकारीयों पर आरोप लगाया है कि गांव के रतन सिंह के कृषि भूमि पर निगम ने अपनी मनमर्जी से खनन किया है। रतन सिंह ने बताया की निगम के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बाद भी अभी तक उनकी भूमि का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।धरना स्थल पर प्रभावितों की मांगों को सुनने पहुंचे सतलुज जल विद्युत परियोजना के अपर महा प्रबंधक आशीष पतं ने दोनों गांव के प्रभावितों की अलग अलग बैठकें ली।