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लोक गायक रूपी राणा के नाम रही अंतिम सांस्कृति संध्या

-सोमेश्वर देवता के मेले की अंतिम सांस्कृति संध्या में झूमे दर्शक मेले की अंतिम सांस्कृति संध्या में झूमे दर्शक मोरी। हमारे संवाददाता मोरी ब्लॉक के...

लोक गायक रूपी राणा के नाम रही अंतिम सांस्कृति संध्या
हिन्दुस्तान टीम,उत्तरकाशीMon, 19 Apr 2021 04:10 PM
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मोरी ब्लॉक के फिताडी व जखोल गांव में आयोजित सोमेश्वर देवता के मेले की अंतिम सांस्कृति संध्या लोक गायक रूपी राणा के नाम रही। जिसमें उन्होंने ओ सुमित्रा बोल की प्रस्तुती देकर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।

पांच दिनों तक चले इस मेले में फिताडी, लिवाडी, जखोल, राला, कासला, रेकचा, धारा, सुनकुनडी, पांव, सांकरी, सौड, ओसला, गंगाड, पवाणी, ढाटमीर, सिंदरी, कोटगाव सहित पुरोला, नौगांव, बड़कोट, सहित हिमाचल प्रदेश के डोडरा क्वांर क्षेत्र के लोगों ने बढ़चकर प्रतिभाग किया। इस दौरान मेले में ग्रामीणों ने सोमेश्वर देवता की डोली के साथ रासो व तांदी नृत्य किया। जिसमें स्थानीय संस्कृति की झलक दिखाई दी। मेले के अंतिम सांस्कृति संध्या का शुभारंभ जिला पंचाय सदस्य हाकम सिंह रावत ने किया। वहीं इसके बाद सांस्कृति संध्या का शुभारंभ लोक गायक रूपी राणा ने जागरण के साथ की। जहां उन्होंने मेरी गजना, चंद्रा, ओ सुमित्रा आदि गानों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।

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