
दूर तक बर्फ की चादर,बारिश ने बढ़ाई कंपकंपी, उत्तराखंड में समय से पहले आई ठंड
संक्षेप: सिखों के तीर्थ हेमकुंड साहब में अभी भी बर्फबारी का दौर जारी है खबर लिखे जाने तक हेमकुंड साहब में दो फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है वहीं पैदल मार्ग में भी अब धीरे-धीरे बर्फ जमने लगी है पैदल यात्रा मार्ग में अटला कोटी से हेमकुंड तक 6 इंच बर्फ जम चुकी है।
उत्तराखंड में मानो समय से पहले ही ठंड ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने 5 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ हेमकुंड साहिब और बद्रीनाथ धाम में बर्फबारी ने श्रद्धालुओं की कंपकंपी छुड़ा दी है। बारिश और बर्फबारी ने पारा 6 डिग्री तक कम कर दिया है। बद्रीनाथ धाम में तो कल दर शाम से जारी बारिश अब भी जारी है। ऐसे में वहां दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना कपना पड़ रहा है।

हेमकुंड में 2 फीट से अधिक बर्फ जमी,बर्फबारी जारी
सिखों के तीर्थ हेमकुंड साहब में अभी भी बर्फबारी का दौर जारी है खबर लिखे जाने तक हेमकुंड साहब में दो फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है वहीं पैदल मार्ग में भी अब धीरे-धीरे बर्फ जमने लगी है पैदल यात्रा मार्ग में अटला कोटी से हेमकुंड तक 6 इंच बर्फ जम चुकी है। बता दें कि आगामी 10 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे हेमकुंड साहब के कपाट बंद होने जा रहे हैं। भारी बर्फबारी के बीच 70 तीर्थ यात्री आज अंतिम पड़ाव घगडरिया से हेमकुंड दर्शन के लिए पहुंचे हैं कड़कड़ाती ठंड को देखते हुए गुरुद्वारा ट्रस्ट ने हेमकुंड और घंगारिया गुरुद्वारे में सिख तीर्थ यात्रियों के लिए खाने लंगर आदि की पूरी व्यवस्था कर रखी है।
हेमकुंड गुरुद्वारे के आसपास बर्फ की मोटी मोटी चादर बिछ चुकी है, जिसे देखते हुए ट्रस्ट ने मशीन की सहायता से इस बर्फ को हटाने का काम शुरू कर दिया है ताकि यात्रा में आने वाले तीर्थ यात्री आसानी से दरबार साहब तक आ जा सकें। वहीं पैदल मार्ग में अटला कोटी से हेमकुंड तक धीरे-धीरे बर्फ से ही ढकने लगा है। पैदल मार्ग में बर्फ जमी होने के कारण तीर्थ यात्री घोड़े खाचार से हेमकुंड तक पहुंच रहे हैं।
बारिश-बर्फबारी में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू
बद्रीनाथ के बसुधारा ट्रैक में फंसे ट्रैकर्स दल के तीन सदस्यों को एस डी आर एफ और पुलिस की टीम ने रेस्क्यू चला कर सकुशल निकाल दिया।
बदरीनाथ के थानाध्यक्ष नवनीत भंडारी ने बताया सोमवारअक्टूबर की देर सांय जब अंधेरा होने लगा तब कोतवाली बद्रीनाथ पर सूचना मिली कि तीन यात्री वसुधारा ट्रैक से लौटते समय भारी बारिश व खराब मौसम के कारण बीच रास्ते में कहीं फंस गए हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस सब इंस्पेक्टर क्विजय प्रकाश के निर्देशन में थाना बद्रीनाथ से पुलिस और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम ने लगातार हो रही तेज बारिश व अंधेरे के बीच रेस्क्यू टीम ने विपरीत परिस्थितियों में वसुधारा ट्रैक पर सर्च अभियान चलाया। काफी देर चले सर्च अभियान के बाद, जब हर दिशा में सिर्फ बारिश की आवाज और अंधकार था। तभी टीम को माणा गांव से लगभग 2 किमी दूर एक बड़ी चट्टान के नीचे तीनों यात्री दिखें, जो भीगकर ठंड से कांप रहे थे। टीम ने तत्काल उन्हें गर्म पानी,रेनकोट उपलब्ध कराए और तीनों यात्रियों को सुरक्षित बद्रीनाथ वापस लाया गया।
बद्रीनाथ की पहाड़ियां हुई बर्फ से सफेद
बद्रीनाथ के आसपास की पहाड़ियों में जमकर बर्फबारी हुई है। कल देर शाम से बदरीनाथ में शुरू हुआ बारिश का सिलसिला अभी भी बदस्तूर जारी है जिस कारण से पूरी बदरी पूरी शीत लहर की चपेट में आ गई है। मॉनसून जाने और बरसात का सीजन समाप्त होने के बाद धीरे-धीरे बद्रीनाथ की यात्रा रफ्तार पकड़ने लगी है और प्रतिदिन 6 से 7 हजार तीर्थ यात्री यहां पहुंच रहे हैं। अब अचानक मौसम के यू टर्न के कारण तीर्थ यात्रियों को कड़कड़ाती ठंड से दो चार होना पड़ रहा है।

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Utkarsh Gaharwarलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




