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कफ सिरप से मौतों के दावे के बीच ऐक्शन में उत्तराखंड सरकार, मेडिकल स्टोर्स पर छापे

कफ सिरप से मौतों के दावे के बीच ऐक्शन में उत्तराखंड सरकार, मेडिकल स्टोर्स पर छापे

संक्षेप: मध्य प्रदेश और राजस्थान में कथित तौर पर दूषित कफ सिरप से बच्चों की मौत के आरोपों के बीच उत्तराखंड में भी ऐक्शन शुरू हो गया है। उत्तराखंड सरकार ने राज्य के मेडिकल स्टोर और थोक दवा विक्रेताओं पर छापेमारी शुरू कर दी।

Mon, 6 Oct 2025 12:14 AMKrishna Bihari Singh एएनआई, देहरादून
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मध्य प्रदेश और राजस्थान में कथित तौर पर दूषित कफ सिरप से बच्चों की मौत के आरोपों के बीच उत्तराखंड सरकार भी ऐक्शन मोड में आ गई है। उत्तराखंड सरकार शनिवार को राज्य भर के मेडिकल स्टोर और थोक दवा विक्रेताओं पर छापेमारी शुरू कर दी। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव और एफडीए आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी जिलों के औषधि निरीक्षकों को आदेश दिए गए हैं कि वे अस्पतालों और दुकानों से कफ सिरप के नमूने जमा करें और उनकी गुणवत्ता की जांच कराएं ताकि दूषित दवाएं बाजार से हटाई जा सकें।

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्यभर में प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की संयुक्त टीमें सभी जिलों में मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और अस्पतालों की दवा दुकानों पर सघन छापेमारी कर रही हैं। यह अभियान राजस्थान और मध्य प्रदेश में दूषित कफ सिरप से बच्चों की मौत की कथित घटनाओं के बाद शुरू किया गया है।

स्वास्थ्य सचिव और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को केंद्र सरकार की एडवाइजरी का पालन करने को कहा है। उन्होंने औषधि निरीक्षकों को कफ सिरप के नमूने जुटा कर उन्हें प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजने को कहा है ताकि दूषित दवा तुरंत बाजार से हटा दी जाए। इस बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार की एडवाइजरी को पूरी गंभीरता से लागू करेगी। बच्चों की दवाओं से जुड़ी किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी डॉक्टरों और फार्मासिस्टों को प्रतिबंधित सिरप नहीं लिखने और नहीं ही बेचने का निर्देश दिया गया है। एफडीए की ओर से बड़े पैमाने पर कफ सिरप की सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। लोगों से आग्रह किया गया है कि यदि किसी दवा के सेवन के बाद कोई प्रतिकूल असर दिखे तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

Krishna Bihari Singh

लेखक के बारे में

Krishna Bihari Singh
पत्रकारिता में करीब 14 वर्षों से केबी उपनाम से पहचान रखने वाले कृष्ण बिहारी सिंह लाइव हिन्दुस्तान में कार्यरत हैं। वह लोकमत, राष्ट्रीय सहारा, अमर उजाला और दैनिक जागरण अखबार में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने साल 2019 में जागरण डॉट कॉम से डिजिटल मीडिया में कदम रखा। मूलरूप से यूपी के मऊ जिले से ताल्लुक रखने वाले केबी महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली में पत्रकारिता कर चुके हैं। लॉ और साइंस से ग्रेजुएट केबी ने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में एमफिल किया है। वह भारतीय राजनीति और वैश्विक मामलों के साथ जन सरोकार और क्राइम की खबरों पर पैनी नजर रखते हैं। और पढ़ें

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