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पुरानी पानी की टंकियों का उठाना भूला विभाग पुरानी पानी की टंकियों का मलबा उठाना भूला विभाग

आवासीय कॉलोनियों की छतों से बदली गई पानी की टंकियों का मलबा लोगों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है। जल संस्थान की ओर से बीते माह नगर की कई आवासी कॉलोनियों की छतों से पानी की टंकियां बदली गई थी।...

पुरानी पानी की टंकियों का उठाना भूला विभाग
पुरानी पानी की टंकियों का मलबा उठाना भूला विभाग
हिन्दुस्तान टीम,टिहरीTue, 21 May 2019 05:42 PM
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आवासीय कॉलोनियों की छतों से बदली गई पानी की टंकियों का मलबा लोगों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है। जल संस्थान की ओर से बीते माह नगर की कई आवासी कॉलोनियों की छतों से पानी की टंकियां बदली गई थी। लेकिन पानी की टंकियां को बदलने के बाद पुरानी टंकियों का मलबा कॉलोनियों के बीच ही छोड़ दिया गया। लंबे समय से मलबा कॉलोनियों में पड़ा होने के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।बीते अप्रैल माह में जल संस्थान ने सी-ब्लॉक सहित कई सरकारी कॉलोनियों की छतों में लगी पुरानी सीमेंट की बनी पानी की टंकियां बदली। लेकिन टंकियां बदलने के बाद कर्मचारियों ने छतों में लगी पुरानी सीमेंट की टंकियों को छतों से नीचे मोहल्ले के बीचों-बीच फेंक दिया। जिससे टंकियां का मलबा बुर्जगों, बच्चों और मोहल्लेवासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। कॉलोनी निवासी रविंद्र खाती, आरती खाती, शोभा देवी, ममता देवी आदि लोगों का कहना है कि जल संस्थान की ओर से कॉलोनी की छतों पर नई टंकियां तो लगाई गई, लेकिन पुरानी सीमेंट की टंकियों को छतों से नीचे रास्तों में ही फेंककर अपने काम की इतिश्री कर दी। कहा कि टंकियों का मलबा राहगीरों के साथ ही छोटे बच्चों के लिए खतरे का सबब बना हुआ है। मलबे के कारण छोटे-छोटे बच्चों के साथ बुर्जग के चोटिल होने का खतरा भी बना हुआ है। कहा कि छतों पर टंकियां बदलते समय भी कई बार ठेकेदार व कर्मचारियों को टंकियों का मलबा हटाने को कहा गया, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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