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चमियाला नपं में गांवों को शामिल करने का विरोध

नव सृजित नगर पंचायत चमियाला में आसपास की चार ग्राम पंचायतों को मिलाने का विरोध तेज हो गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र गांवों को नगर पंचायत से नहीं हटाया जाता है तो आंदोलन शुरू किया...

चमियाला नपं में गांवों को शामिल करने का विरोध
हिन्दुस्तान टीम,टिहरीSat, 12 Aug 2017 02:31 PM
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नव सृजित नगर पंचायत चमियाला में आसपास की चार ग्राम पंचायतों को मिलाने का विरोध तेज हो गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र गांवों को नगर पंचायत से नहीं हटाया जाता है तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। ग्रामीणों ने न्यायालय की शरण में जाने की धमकी भी दी है।शनिवार को चमियाला में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत सरकार की ओर से चमियाला को नगर पंचायत बनाने की घोषणा के बाद जनसंख्या के मानक को पूरा करने के लिए बाजार के आसपास के चमियाला, लाटा, श्रीकोट व बेलेश्वर ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत में शामिल किया गया है, जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि नगर पंचायत में सम्मिलित होने से चारों ग्राम पंचायतों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, जिस कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। प्रशासन द्वारा बिना ग्राम पंचायतों की अनापत्ति लिए जबरन उक्त ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत क्षेत्र में मिलाया जाना न्याय संगत नहीं है। बैठक में प्रधान चरण दास, कमला देवी, सुमित्रा देवी व विशला देवी ने कहा कि नगर पंचायत में मिलाने पर गावों काअस्तित्व समाप्त हो जाएगा। साथ ही कई तरह के टैक्स के साथ ही परेशानियां उठानी पड़ेगी। गावों के सामाजिक एवं सांस्कृतिक परिवेश पर भी प्रभाव पड़ेगा। चेतावनी दी कि यदि सरकार जबरन गांवों को शामिल करती है तो ग्रामीण न्यायालय की शरण में जाएंगे। इस मौके पर हुकम सिंह रावत, वन सरपंच विशाल सिंह चौहान,भागवत सिंह पंवार, शैलेंद्र रतूड़ी, प्रेम सिंह रावत,भगवान सिंह चौहान, बर्फ लाल, बलबीर राणा, भगवानी देवी, संगीता देवी, सुनीता देवी, राजेश पंवार, राकेश पंवार, पूर्णानंद रतूड़ी, हरीश असवाल आदि मौजूद रहे।

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