राज्य की बोली भाषा को आठवीं अनूसूची में शामिल करने पर चर्चा
कुमाऊंनी भाषा व संस्कृति संवर्धन को लेकर जीएमएस रोड स्थित कुर्मांचल भवन में केंद्रीय कुर्मांचल परिषद के पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया।...
कुमाऊंनी भाषा व संस्कृति संवर्धन को लेकर जीएमएस रोड स्थित कुर्मांचल भवन में केंद्रीय कुर्मांचल परिषद के पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तराखंड की बोली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर चर्चा की गई।
अध्यक्ष कमल सिंह रजवार के तत्वावधान में माजरा शाखा सचिव डॉ अनिल कुमार मिश्रा द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. चन्द्र प्रकाश फुलोरिया व साहित्य से जुड़े लोग, माजरा शाखा व केन्द्रीय कुर्मांचल परिषद के पदाधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया। वक्ताओं ने कुमाऊंनी भाषा संस्कृति के संरक्षण पर विचार हुए उत्तराखंड की बोली भाषाओं की एकरूपता के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन करने, प्राइमरी विद्यालयों में क्षेत्रीय भाषाओं का प्रचार प्रसार नई शिक्षा नीति के अनुरूप करने, कुमाऊंनी भाषा क्लब गठित करने, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम में क्षेत्रीय भाषाओं में बाल नाटिकाओं का समावेश करने, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा गठित उत्तराखंड भाषा संस्थान की कार्यप्रणाली को क्षेत्रीय भाषाओं के अनुरूप सशक्त करने, कूर्मांचल की सांस्कृतिक बिभूतियों का संरक्षण करने के मुद्दे उठाए। गोष्ठी के बाद डॉ. चन्द्र प्रकाश फुलोरिया ने भाषा मंत्री सुबोध उनियाल से उनके आवास पर भेंट कर यथास्थिति से अवगत कराया। गोष्ठी में कार्यकारी अध्यक्ष डीके पांडे, वरिष्ठ उपाध्यक्ष योगेश पांडे, संतोष जोशी, धर्मानन्द जोशी, हेमा परिहार, डॉ. सुधीर सिंह बिष्ट, डॉ. एचवी पंत, पीके भट्ट, सुरेंद्र सिंह बसेरा, जया बसेरा ने भाग लिया।